- सात साल बाद शुरू हुआ नर्सेस ट्रेनिंग सेंटर, आया 40 छात्राओं का बैच
इटारसी। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकीय चिकित्सालय में बने जिले के इकलौते नर्सेस ट्रेनिंग सेंट्रर को सात साल के इंतजार के बाद प्रारंभ कर दिया है। फिलहाल 40 छात्राओं का बैच यहां आ चुका है। ट्रेनिंग भी शुरू हो चुकी है।
डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी शासकीय अस्पताल परिसर में संचालित नर्सेस ट्रेेनिंग सेंटर पिछले सात सालों से बंद था। इसे एएनएम से जीएनएम में अपग्रेट किया गया था। लेकिन इसके बाद यहां कोई बैच नहीं आया। इसलिए उक्त सेंटर को बंद कर दिया था। वहीं यहां के स्टाफ को भी दूसरे विभागों में मर्ज कर दिया था। ट्रेनिंग सेंटर बंद हो जाने के कारण छात्राओं को एएनएम का कोर्स करने के लिए दूसरे शहरों में अथवा प्राईवेट नर्सिग कालेज में जाना पड़ रहा था। लेकिन सात साल बाद यह नर्सिग सेंटर फिर संचालित होने से अस्तित्व में आ गया है।
दरअसल इस सेंटर के बंद होने से जहां छात्राओं की समस्या को लेकर विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने इसे प्रारंभ कराने के लिए अथक प्रयास किए। उन्होंने विधानसभा में भी प्रश्न उठाया था। उन्हीं के प्रयासों से एक बार फिर नर्सेस ट्रेनिंग सेंटर अस्तित्व में आ चुका है।
40 छात्राओं का आया बैच
सात साल बाद नर्सेस ट्रेनिंग सेंटर में 40 छात्राओं का बैच आ चुका है। हालांकि पहले यहां 60 छात्राओं का बैच ट्रेनिंग करता था। उक्त छात्राओं के हिसाब से ही यहां छात्रावास की सुविधा थी। लेकिन समय के साथ छात्रावास की हालत जर्जर हो गई थी। हालांकि स्थानीय प्रबंधन द्वारा बैच आने के पहले ही छात्रावास का मेंटनेस करा दिया गया ताकि छात्राओं को रुकने के लिए कोई परेशानी ना हो सके।
अस्पताल स्टाफ को मिलेगी मदद
बता दें कि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी शासकीय अस्पताल दो सौ बिस्तरीय है। लेकिन यहां चिकित्सक और स्टाफ की भारी कमी है। ऐसे में यहां एएनएम का प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आए बैच को अस्पताल में भी प्रशिक्षण दिया जाता है। उनसे अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ को भी मदद मिल जाती है।
इनका कहना है….
सन् 2018 से नर्सिग ट्रेनिंग सेंटर बंद था। उसे प्रारंभ कराने विभाग को कई बार पत्राचार किया। विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा के अथक प्रयासों से यह सेंटर दोबार प्रारंभ हो सका है। अभी 40 छात्राओं का बैच आया है।
डॉ. आरके चौधरी, अधीक्षक शासकीय अस्पताल