होशंगाबाद। शासन के नियमों के अंतर्गत अच्छे आचरण पर कुछ कैदियों को राष्ट्रीय पर्व पर सजा से पूर्व रिहा किया जाता है। इस गणतंत्र दिवस (Republic Day)पर भी जिला जेल होशंगाबाद (District Jail Hoshangabad)से सात कैदियों को रिहा किया गया, इनमें से तीन बैतूल (Betul) जिले से हैं और दो पिता-पुत्र हैं।
गणतंत्र दिवस पर शासन की माफी से आजीवन कारावास (Life imprisonment)काट रहे सात लोग जिला जेल होशंगाबाद से रिहा हुए हैं। इनमें दो पिता और पुत्र बैतूल जिले के हैं। रिहा हुए बैतूल जिले के रामप्रसाद राठौर (Ramprasad Rathore) ने बताया कि 15 वर्ष की सजा काटकर बाहर आने पर उनको बेहद खुशी है कि वे अपने परिजनों से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि यहां का स्टाफ बहुत अच्छा है। उनका बेटा डैनी वैभव राठौर (Danny Vaibhav Rathore)और पार्टनर हरीश यादव (Harish Yadav)भी रिहा हुए हैं।
जेल अधीक्षक उषा राज (Jail Superintendent Usha Raj)ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत एक समिति होती है जो जेल मेें बंदियों के आचार-व्यवहार का परीक्षण कर शासन को उनके नामों की अनुशंसा करती है, फिर बंदियों की रिहाई होती है। गणतंत्र दिवस पर सात लोगों को रिहा किया गया है, साथ ही उनको उनकी बैंक पासबुक दी गई है, जिसमें उनकी वह राशि जमा है, जो जेल में रहकर काम करते हुए उन्होंने कमायी है।
जेल से रिहाई के बाद इन लोगों को लेने के लिए बड़ी संख्या में उनके परिजन जेल परिसर के बाहर मौजूद रहे थे। परिवार के लोग और मित्रों ने जेल से बाहर आने पर उनका फूल मालाओं से स्वागत किया।
अच्छे आचरण पर ये सात लोग जेल से हुए रिहा


Rohit Nage
Rohit Nage has 30 years' experience in the field of journalism. He has vast experience of writing articles, news story, sports news, political news.
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