इटारसी। गर्म चाय की चुस्कियों के साथ गर्म कपड़ों के साथ कोहरे से भरी इस ठंड में आप यह न माने कि गर्मी देने वाला सूरज इस समय आपसे दूर चला गया है। इस समय सूरज भी नये साल के जश्न मनाने पृृथ्वी ग्रह के पास आया है।
नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू (National award winning science broadcaster Sarika Gharu) ने बताया कि सूरज के सबसे पास आने का स्वागत कीजिए। अंडाकार पथ पर पृथ्वी के परिक्रमा करने के कारण पृथ्वी साल में एक दिन सूरज के पास आती है और एक दिन सबसे दूर रहती है।
कल 4 जनवरी को पृथ्वी के केंद्र से सूरज के केंद्र की दूरी लगभग 14 करोड़ 70 लाख 98 हजार किमी रह जायेगी। यह साल की सबसे कम दूरी होगी। इसे खगोलविज्ञान में पेरिहेलियन कहते हैं। इसके बाद यह दूरी बढ़ेगी और 7 जुलाई को 15 करोड़ 20 लाख किमी से अधिक हो जायेगी।
उन्होंने बताया कि तपते सूर्य के पास रहने के बाद भी पृथ्वी के उत्तरी गोलार्द्ध के भागों में कपकपाती ठंड का कारण यह है कि सूर्य इस समय मकर रेखा के पास है, वहां से आने वाली किरणें इस भाग में 45 डिग्री के झुकाव के साथ आ रही हैं। तिरछी किरणों के कारण सूरज की गर्मी फैल जा रही है और तापमान कम हो रहा है।