तुलसीदास ने ऐसी रचना की जो हिंदुस्तान के हर सनातनी के घर बोली जाती है : प्रज्ञा भारती

Post by: Rohit Nage

इटारसी। श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर लकडग़ंज इटारसी (Shri Durga Navagraha Temple Lakdganj Itarsi) में श्रावण शुक्ल सप्तमी बुधवार को गोस्वामी तुलसीदास (Goswami Tulsidas)जी की 526 सी जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर कैगशिला पीठाधीश्वर (Kagshila Peethadhishwar)श्री महंत डॉक्टर प्रज्ञा भारती (Shri Mahant Dr. Pragya Bharti) विशेष रूप से उपस्थित थीं। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि तुलसी का अर्थ है तू यानी राम (Ram), ल याने लक्ष्मण (Lakshman), सी यानी सीता (Sita)। उन्होंने कहा सियाराम में सब जग जानी और एक ऐसे ग्रंथ की रचना की जो हिंदुस्तान (Hindustan) के प्रत्येक हिंदू के घर में बोला और सुना जाता है।

रामचरितमानस (Ramcharitmanas) जीवन में व्यवहार के लिए हिंदू संस्कृति में महाकाव्य है। उन्होंने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास जी जैसा ना तो कोई संत हुआ है और ना ही भविष्य में होगा। ऐसी अद्भुत रचना जो परिवार में जीना सिखाती है उस रामचरित मानस की रचना गोस्वामी जी ने की। प्रारंभ में श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर समिति की सदस्य श्रीमती कीर्ति प्रमोद पगारे ने प्रज्ञा भारती का पुष्पहार से स्वागत किया। उन्होंने गोस्वामी तुलसीदास को पुष्प अर्पित किए। श्री महेंद्र डॉक्टर प्रज्ञा भारती इस समय नर्मदापुरम जिले में मध्य प्रदेश शासन के द्वारा जन्म विकास परिषद के माध्यम से आयोजित स्नेह यात्रा में शामिल होने गांव में जा रही हैं और समरसता पर प्रवचन दे रही हैं इस दौरान वे इटारसी आई हुई थी।

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