इटारसी। पुलिस ने फिर सिंधी कालोनी (Singh Colony, Itarsi) से दो सट्टा एजेंट को पकड़ा है। खाईवाल (Khaiwal) तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच रहे हैं। माह में सट्टा लिखने वाले चार-छह दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को पकड़कर पुलिस अपना रिकार्ड मेंटेन कर लेती है। पुलिस अधीक्षक के कथन, कि सटोरियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी तथा खाईवाल भी पकड़ेंगे, पुलिस का कोई ध्यान नहीं। शहर में अनेक स्थान पर सट्टे का कारोबार चल रहा है। कोरोना की मार सब पर पड़ी लेकिन, सट्टा कारोबार जिस तरह से उठकर खड़ा हुआ है, आश्चर्य का विषय है। चर्चा तो पुलिस के संरक्षण में खाईवाल के पनपने की है।
पुलिस ने फिर छोटी मछली, यानी दिहाड़ी मजदूरी पर काम करने वालों को पकड़ लिया है। लेकिन, सुहाग मैरिज हाल के पीछे (Behind the Suhaag Marriage Hall) से शहर और ग्रामीण अंचलों में सट्टे के माध्यम से अपनी सत्ता जमा चुके खाईवाल (Khaiwal)को पकडऩे में पसीना आ रहा है।
सोमवार की देर रात सिंधी कालोनी की गली नंबर 7 से नारायण पिता चैतुमल बुधवानी 39 (Chetumal Budhanai)और दशमेश कालोनी सूरजगंज से अमृतलाल पिता धनराज गेहानी 50 वर्ष (Amritlal Gehani) को पकड़कर अपनी सफलता में एक ओर उपलब्धि जोड़ ली। सट्टा पकड़ा केवल 940 रुपए का, जबकि सूत्र बताते हैं कि हर रोज शहर और ग्रामीण अंचलों में लाखों रुपए का सट्टा लिखा जा रहा है, और पुलिस के हाथ खाईवाल को पकडऩे में कांप रहे हैं।