तकनीकि साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने किया खुलासा
नर्मदापुरम। नर्मदापुरम (Narmadapuram) में होमगार्ड आफिस (Home Guard Office) के पास गोलीकांड की घटना फर्जी निकली। दरअसल, फरियादी ने ही अपने विरोधियों को फंसाने के लिए यह साजिश रची थी और स्वयं कार के भीतर ही अपने हाथ में फायर कर लिया था। इस मामले में उसके परिजनों ने भी उसका सहयोग किया था। अब पुलिस फरियादी के खिलाफ भी साजिश रचने के आरोप में मामला दर्ज करेगी।
आज यहां जिला मुख्यालय पर मामले का खुलासा करते हुए एसपी डॉ. गुरुकरण सिंह (SP Dr. Gurukaran Singh) ने बताया कि यह घटना कूटरचित थी। इसमें फरियादी शुभम तिवारी और उसका परिवार शामिल है। यह केवल अपने विरोधियों को फंसाने की साजिश थी। पुलिस ने जांच में तकनीकि साक्ष्य एकत्र किये और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। करीब 20 जगहों के फुटेज देखे, कहीं ऐसी कोई घटना नहीं दिखी। आखिर में जांच में यह सामने आया कि यह घटना फर्जी है।
रविवार को होना बताया था गोलीकांड
जिला मुख्यालय में पुलिस लाइन, होम गार्ड ऑफिस के पास रविवार सुबह 7 बजे हुए गोलीकांड होना बताया था और कोतवाली पुलिस ने मामले में तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज की थी। फरियादी युवक शुभम तिवारी (Shubham Tiwari) के अनुसार वह अपनी मां विनीता तिवारी के साथ अपने मामा के गांव से नर्मदापुरम आ रहा था, इसी दौरान होमगार्ड आफिस के पास बाइक सवार तीन युवकों ने चलती कार पर फायरिंग की। गोली कांच में छेद करते हुए उसके हाथ में जा घुसी। मित्र और परिचितों ने घायल शुभम तिवारी को जिला अस्पताल पहुंचाया। गोली चलाने के मामले में पुलिस ने पुणेश शर्मा, साजन राजपूत व एक अन्य पर प्रकरण दर्ज किया था। अब पुलिस ने जांच के बाद मामले को फर्जी बताया है।
ऐसे किया है षड्यंत्र
टीआई विक्रम रजक (TI Vikram Rajak) ने बताया कि पूरा मामला फर्जी है। जहां घटना स्थल है, वहां कार का कोई एक्सीडेंट नहीं हुआ है। शराब के नशे में कार सुबह 3 से 4 बजे के बीच नारायण नगर की पुलिस से टकरायी है, फिर अपने दो साथियों के साथ षड्यंत्र करके वर्तमान आरोपियों को गोलीकांड में फंसाने की बात की। जब वे नहीं माने तो इसने पहले अपने हाथ में गोली घर पर ही मारी, फिर क्षतिग्रस्त कार को बताये गये घटना स्थल पर अपने साथियों की मदद से बुलायी और कार के कांच में गोली घटना स्थल पर मारी है। मामले की अभी विवेचना जारी है, इसके बाद जिन पर मामला दर्ज हुआ है, वह खारिज हो जाएगा।