विधायक ने ऐसा क्यों कहा, कांग्रेस सरकारों ने पंडित नेहरु के विचार के विपरीत निर्णय लिए 

Post by: Rohit Nage

उर्जा विभाग के कार्यक्रम में बोले विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा
उज्ज्वल भारत, उज्ज्वल भविष्य उर्जा समारोह का आयोजन
इटारसी। नर्मदापुरम विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा (Narmadapuram MLA Dr. Sitasaran Sharma) ने कहा कि विद्युत विभाग (Electricity Department) के मामले में पूर्व की कांगे्रस सरकारों (Congress Governments) ने न केवल प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु (Pandit Jawaharlal Nehru) के विचारों के विपरीत निर्णय लिये बल्कि बिजली विभाग की उपेक्षा भी की। आज हम यदि बिजली के मामले में आत्मनिर्भर हुए हैं तो मोदी-शिवराज (Modi-Shivraj) सरकार की नीतियों के कारण।
विधायक डॉ.शर्मा यहां ऑडिटोरियम (Auditorium) में आयोजित उज्ज्वल भारत, भविष्य उर्जा 2047 समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। आज भारत सरकार विद्युत मंत्रालय के निर्देश अनुसार आजादी का अमृत महोत्सव (Amrit Festival of Independence) के अंतर्गत ‘उज्ज्वल भारत उज्ज्वल भविष्य ऊर्जा 2047’  (Ujjwal Bharat, Bhavishya Energy 2047) समारोह का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की उपलब्धियां एवं योजनाओं का उल्लेख पर आधारित डाक्यूमेंट्री (Documentary) भी दिखाई गयी। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने शिक्षा विभाग की ओर से उर्जा संरक्षण विषय पर एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा ने कहा कि प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने गांधीसागर बांध (Gandhisagar Dam) पर पॉवर स्टेशन (Power Station) की विजिटर्स बुक (Visitors Book) में लिखा था, कि बिजली का तार देश की प्रगति की धारा बढ़ायेगा। लेकिन, कांग्रेस ने इस इस वाक्य के विपरीत कभी इसे बढ़ाने का काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि 2003 में जब शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की बागडोर अपने हाथों में ली थी, यहां उत्पादन 2700 मेगावॉट (MW)और मांग करीब साढ़े चार हजार मेगावाट थी। आज 2022 में मप्र में उत्पाद 22000 मेगावाट है और मांग इससे थोड़ी कम ही है। भारत की बात करें तो 2013 में जब कांग्रेस (Congress) की सरकार थी, 2 लाख 48 हजार मेगावाट उत्पादन था और वर्तमान में यह लगभग 4 लाख मेगावाट है। यह 9 वर्ष की उपलब्धि है और वह 70 वर्ष की उपलब्धि थी।

वैकल्पिक स्रोत पर काम नहीं किया

विधायक डॉ.शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने कभी गैर पारंपरिक स्रोतों की ओर ध्यान ही नहीं दिया। पवन चक्की, सौर उर्जा जैसे विकल्प खुले थे। आज रीवा (Rewa) में देश का सबसे बड़ा सौर उर्जा आधारित प्लांट (Plant) चालू हो चुका है। हमने केवल पारंपरिक कोयला और पानी आधारित स्रोत से ही काम किया है, कुछेक जगह पवनचक्की थी, आज हम बिजली के मामले में आत्मनिर्भर हो गये हैं। विधायक ने बिजली विभाग के अधिकारियों से कहा कि जिन उपभोक्ताओं का बिजली का बिल अधिक आता है, उनकी समस्या सुनें, निराकरण करें, सीधे बिजली काटने की कार्रवाई न करें। शिकायत सुनें और उनका निदान भी करें। मप्र मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (MP Madhya Kshetra Electricity Distribution Company) के महाप्रबंधक बीबीएस परिहार ने अपने स्वागत भाषण में कार्यक्रम के विषय में जानकारी प्रदान की।

ये उपस्थित रहे

कार्यक्रम में एनटीपीसी लिमिटेड गाडरवारा, नरसिंहपुर के महाप्रबंधक (अनुरक्षण) अनिल बवेजा, जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम, मप्र मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की उपमहाप्रबंधक पूनम तुमराम, मुख्य नगर पालिका अधिकारी हेमेश्वरी पटले, केसला जनपद सीईओ वंदना कैथल, भाजपा के नगर मंडल अध्यक्ष जोगिन्दर सिंह, पूर्व अध्यक्ष डॉ. नीरज जैन, नगर पालिका में विधायक प्रतिनिधि जगदीश मालवीय, पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिलाध्यक्ष जयकिशोर चौधरी, बिजली विभाग में सांसद प्रतिनिधि मनोज पोपली, विधायक प्रतिनिधि विपिन चांडक, पुरानी इटारसी मंडल अध्यक्ष मयंक मेहतो, बिजली कंपनी के शहर प्रबंधक डेलन पटेल सहित नगर पालिका परिषद के कुछ नवनिर्वाचित पार्षदगण, बिजली विभाग, शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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