होशंगाबाद। कोरोना संक्रमण (Corona Infaction) काल में लगे लॉकडाउन में अनेक लोगों और संस्थाओं ने कई सेवाभावी कार्य किये हैं। नर्मदा घाट, हास्पिटल सहित अन्य स्थानों पर लोगों को मदद की गई है। इसी तरह के सेवा कार्यों में होशंगाबाद हेल्प लाइन (Helpline) ने भी शहर में फंसे कई लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया है।
ऐसा ही प्रेरणात्मक कार्य संस्था ने किया जब एक करीब 80 वर्ष की महिला, जो अपने पैरों पर चल नहीं पा रही थी, संस्था ने उसे इटारसी के वृद्धाश्रम पहुंचाया। दरअसल सागर जिले की रहने वाली महिला को सिर्फ बेटे बलदेव का नाम याद है, जिसे वहा होशंगाबाद की सड़कों पर भूखी प्यासी दर्द से तड़पती हुई ढूंढ रही थी। बेटे को ढूंढते हुए वह सर्किट हाउस वीआईपी रोड पर एडिशनल एसपी अवधेश प्रताप सिंह (Additional SP Awadhesh Pratap Singh) के बंगले के सामने पहुंची। उसी समय कुछ तेज़ गति से आ रहे युवकों की गाड़ी से बची। होशंगाबाद हेल्पलाइन के संचालक गजेन्द्र सिंह चौहान एवं गजेन्द्र सिंह राजपूत को सूचना मिलने पर तत्काल टीम के साथ पहुंचे।
बुजुर्ग महिला की हालत बेहद खराब थी, उसे ठीक से सुनाई भी नहीं दे रहा था। महिला एक साड़ी और एक गंदा सा कंबल रखे हुए चीख रही थी। संस्था ने तुरंत उनके लिए खाने की व्यवस्था ककी। संस्था के लोगों को समझ नहीं आ रहा था के क्या किया जाए? जानकारी लेने पर पता चला कि शहर में कोई भी अच्छा वृद्धाश्रम नहीं है, साथ ही जो है, उसमें जगह नहीं है। तभी एडिशनल एसपी अवधेश प्रताप सिंह (Additional SP Awadhesh Pratap Singh) से बात कर स्थिति बताई। यह बात सुनकर अडिशनल एसपी तत्काल एसडीओपी मंजू चौहान (SDOP Manju Chauhan) के साथ बंगले के सामने पहुंचे और तत्काल इटारसी के अपना घर वद्धाश्रम में बात कर भेजने की व्यवस्था कराई। डायल 100 के साथ हेल्पलाइन सदस्यों ने इटारसी के वद्धाश्रम में बात कर बुजुर्ग महिला के रहने की व्यवस्था कराई। इस कार्य में राहुल पटवा, वैभव सिंह सोलंकी, कपिल चौहान, आदि ठाकुर, दीपक कहार, हर्षित केवट उपस्थित रहे।