इटारसी। रेलवे अस्पताल नयायार्ड (Railway Hospital Nayyard) में ठेकेदार की लापरवाही से रेल कर्मियों के परिजनों को परेशान होना पड़ रहा है। वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ (West Central Railway Mazdoor Sangh) की मुख्य शाखा के अध्यक्ष प्रीतम तिवारी (Pritam Tiwari) ने बताया कि आज संगठन के पदाधिकारियों ने अस्पताल का निरीक्षण किया तो देखा कि जगह-जगह बिजली के बॉयर लटक रहे हैं, सीमेंट की बोरियां पड़ी हैं, फर्श जर्जर स्थिति में है। बताया गया कि दो वर्ष से ठेकेदार यहां काम ही पूर्ण नहीं कर पा रहा है।
वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के पदाधिकारियों प्रीतम तिवारी, कोषाध्यक्ष राजेश गौर (Rajesh Gaur), उपाध्यक्ष रोहित बग्गन (Rohit Baggan) ने यहां चल रहे काम को देखा और हालात देखकर चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवम कुलश्रेष्ठ (Dr. Shivam Kulshrestha) से बात करके विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि अधिकारी कहते हैं कि रेलवे आवासों में कार्य करने के लिए कर्मचारी नहीं हैं, सामान नहीं है।
श्री तिवारी ने बताया कि लगभग 2 वर्षों से रेलवे चिकित्सालय न्यू यार्ड का कार्य चल रहा है, लेकिन वह इतनी धीमी गति से हो रहा है कि सैकड़ों रेलवे कर्मचारी एवं उनके परिवारजनों को सीमेंट के बीच में गड्ढों में खड़े रहकर लाइन लगाकर डॉक्टर को दिखाना पड़ता है। इसी ज्वलंत समस्या को लेकर सभी चिकित्सकों द्वारा भी काम धीमी गति से होने पर रोष व्यक्त किया गया।
श्री तिवारी ने कहा कि यदि कार्य की गति नहीं बढ़ी तो वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री अशोक शर्मा, मंडल अध्यक्ष राजेश पांडे के नेतृत्व में सैकड़ो रेलवे कर्मचारी संघ के पदाधिकारी उग्र आंदोलन करेंगे।