इटारसी। सोमवार को विश्व आदिवासी दिवस है। आज रविवार को आदिवासी सेवा समिति तिलक सिंदूर (Tribal Service Committee Tilak Sindoor) के तत्वावधान में आदिवासी समाज ने तिलक सिंदूर (tilak sindoor) में इस दिवस को भव्यता से मनाने रूपरेखा बनायी। बैठक में आदिवासी समाज के प्रतिनिधि, पदाधिकारी शामिल हुए।
रविवार को भगवान बड़ा देव की महाआरती के पश्चात साप्ताहिक बैठक में समिति के संरक्षक सुरेंद्र कुमार धुर्वे ने सभी सेक्टरों के पदाधिकारी को आयोजन की रूपरेखा बतायी। बैठक में समिति के m कार्यकर्ताओं ने अपनी बात रखी। बैठक में तय किया कि इस दिव आदिवासी दिवस की महत्ता बताने गांव-गांव जाएंगे। एक सामाजिक व्यक्ति तक पहुंचकर उसे विश्व आदिवासी दिवस के विषय में बताया जाएगा। बैठक में बताया कि 250 गांव समिति से जुड़े हुए हैं। इन ग्रामों के चारों सेक्टर के प्रभारियों को बुलाकर कमान सौंप दी गई है। महिला तथा पुरुष सभी इस महापर्व में अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।
ऐसे निकलेंगे प्रतिनिधि
पहली टीम जुझारपुर से चालू करके टांगना होते हुए भीलट देव पहुंचेगी। दूसरी टीम भीलट बाबा के समीप सभी ग्रामों में जाएगी, तीसरा टीम शिवपुर क्षेत्र में तथा चौथी टीम केसला के समीप के ग्रामों में जाएगी। इस अवसर पर संरक्षक सुरेंद्र कुमार धुर्वे, अध्यक्ष बलदेव तेकाम, वरिष्ठ सलाहकार जगदीश ककोडिय़ा, अवध राम कुमरे, राकेश तुमराम, मन्ना दादा, विजय सल्लाम, सचिव जितेंद्र इवने, श्यामलाल बारीवा, सेक्टर अध्यक्ष बृजलाल उइके, महेंद्र उईके, पवन, रामस्वरूप, प्रशांत उइके, पवन मर्सकोले, गजराज सरेआम, धनराज परते, बद्री धुर्वे, महिला मंडल अध्यक्ष आशा उइके, गुलाब बाई तथा अन्य महिलाएं उपस्थित थे।