– कोविड-19 से सुरक्षा के सारे इंतजाम होंगे
– ट्रेन में योगाभ्यास का सत्र भी लगाया जाएगा
– यात्रियों का मन मोह लेंगी ट्रेन में सुविधाएं
इटारसी। यदि आपका मन रामायण (Ramayana) से जुड़ी पौराणिक महत्व की चीजों को देखने और करीब से जानने का है वह भी एकदम सुविधाजनक तरीके से, तो आपके लिए इंडियन रेलवे टूरिज्म कॉर्पोरेशन (Indian Railway Tourism Corporation) की भारत गौरव ट्रेन (Bharat Gaurav Train) के माध्यम से स्वदेश दर्शन योजना (Swadesh Darshan Yojna) सबसे अधिक मुफीद साबित हो सकता है। यह पहली ट्रेन है जो दो देशों को जोड़ेगी और भारत (India) सहित नेपाल (Nepal) के रामायण से जुड़े क्षेत्रों में स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत दर्शन कराये जाएंगे।
बताया गया है कि आईआरटीसी ( IRCTC) की स्वदेश दर्शन स्कीम से जुड़ी भारत गौरव ट्रेन (Train) पर्यटन के माध्यम से दो देशों को जोडऩे वाली देश की पहली स्पेशल ट्रेन होगी। धार्मिक महत्व के स्थलों की दर्शन के अलावा इस ट्रेन में मौजूद सुविधाएं यात्रियों का मन मोह लेंगी। आईआरसीटीसी के अनुसार यह ट्रेन यात्रा के लिए 21 जून को नई दिल्ली (New Delhi) से श्री रामायण यात्रा सर्किट (Shri Ramayana Yatra Circuit) पर रवाना होगी। ऐसा पहली बार होगा कि पर्यटन ट्रेन (Tourism Train) के माध्यम से दो देशों के पर्यटन स्थलों की यात्रा कराई जाएगी। ये ट्रेन कई अन्य विशेषताओं से लैस होगी।
ये खास ट्रेन श्री रामायण यात्रा सर्किट पर भारत और पड़ोसी देश नेपाल के बीच लगभग 8 हजार किलोमीटर की दूरी करीब ढाई हफ्ते में तय करेगी। यह ट्रेन ‘स्वदेश दर्शन’ योजना के तहत चलाई जाएगी, इसके माध्यम से भगवान श्री राम के जीवन से जुड़े सभी प्रमुख स्थानों के दर्शन यात्रियों को कराएगी। इसके साथ ही यह ट्रेन नेपाल के जनकपुर (Janakpur) शहर में राम जानकी मंदिर (Ram Janaki Mandir) की भी यात्रा कराएगी।
करीब 600 पैसेंजर्स (Passengers) की क्षमता वाली भारत गौरव पर्यटक ट्रेन अयोध्या, बक्सर, जनकपुर, सीतामढ़ी, काशी, प्रयाग, चित्रकूट, नासिक, हम्पी, रामेश्वरम, कांचीपुरम और भद्राचलम सहित प्रमुख स्थानों से होकर गुजरेगी। भारत गौरव पर्यटक ट्रेन यात्रा का पहला पड़ाव भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या होगा। इस यात्रा में जा रहे सभी लोगों को आईआरसीटीसी के द्वारा एक फेस मास्क (Face Mask), हाथ के दस्ताने और हैंड सैनिटाइजर (Hand Sanitizer) वाली सुरक्षा किट मुहैया कराई जाएगी। इस ट्रेन में अलग अलग थीम (Theme) के कोच लगे हैं, सभी की थीम अलग है लेकिन वो सब भगवान श्रीराम के वन गमन क्षेत्र यानी रामायण सर्किट की प्रासंगिकता को बखूबी बयान करेंगे।
इस खास ट्रेन में योग अभ्यास के सत्र चलाए जाएंगे। इसके लिए कुशल योगाचार्य की देखरेख में पैसेंजर्स के लिए योग करने का पूरा इंतजाम किया गया है। इस तीर्थाटन यात्रा में होने वाले खर्च की बात करें तो प्रति व्यक्ति करीब 65,000 रुपये का खर्च आएगा। यह यात्रा उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित राज्यों को कवर करेगी। आईआरसीटीसी का कहना है कि यह यात्रा यात्रियों को अलग अनुभव कराएगी और उनकी सुरक्षा व्यवस्था के पर्याप्त इंतजाम होंगे।