गायों को दुर्घटना से बचाने गले में रेडियम बैंड बांध रहे युवा

Post by: Rohit Nage

Youngsters are tying radium bands around their necks to protect cows from accidents.
  • युवा राजा तिवारी की गौ वंश और नागरिकों को दुर्घटना से बचाने की अनोखी पहल

सिवनी मालवा। लगातार हादसों का शिकार हो रहे गौ वंश समस्त क्षेत्र के लिए परेशानियों का कारण बन चुके है, गौ वंश के साथ आम नागरिक भी लगातार घायल हो रहे हैं। सड़क पर बैठी गायें रात के समय चालकों को नहीं दिखती हैं जिससे अक्सर दुर्घटना का शिकार हो रही हैं। इस तरह की दुर्घटना रोकने के लिए गायों के गले में रेडियम बेल्ट लगाने का कार्य युवा राजा तिवारी द्वारा साथियों के साथ मिलकर किया जा रहा है।

सिवनी मालवा के जयस्तंभ चौक, गांधी चौक, बानापुरा बस स्टैंड, सिवनी मालवा बस स्टैंड, बाईपास बानापुरा सहित विभिन्न जगहों पर गायों का डेरा बना रहता है जिसके कारण बड़े वाहन भी लगातार वहीं से निकलते हैं सिवनी मालवा बानापुरा मुख्य मार्ग पर रोड पर तो फिर भी लाइट रहती है तो गौवंश थोड़े बहुत दिख जाते हैं परंतु बायपास पर तो लाइट भी नहीं है जिसके कारण गौवंश दिख नहीं पाते हैं जिससे लगातार गौवंश घायल हो रहे हैं। रेडियम बेल्ट बांधने के बाद गौवंश के लिए यह एक औषधि का काम करेगी क्योंकि रात के अंधेरे में जब बड़े वाहन का लाइट गौवंश पर पड़ेगा तो यह बेल्ट चमकेंगे जिससे वाहन चालक सतर्कता से खुद के बचाव के साथ गौवंश का भी बचाव कर पाएगा।

नगर पालिका ने गौवंश को सड़क पर से हटाने के लिए कर्मचारी किए थे नियुक्त परंतु वह भी प्रयास विफल रहा। नगर पालिका द्वारा कुछ समय पहले नगर वासियों की मांग पर कुछ कर्मचारी नियुक्त किए थे जो गौवंश को सड़क पर से हटा रहे थे परंतु कुछ दिन तक नगर पालिका कर्मचारियों द्वारा गौवंश को हटाया फिर उसके बाद व्यवस्था जस की तस हो गई । पशु चिकित्सक डॉक्टर सतीश दुबे ने बताया कि प्रतिदिन लगभग 8 से 10 गौ माता वाहन की टक्करों से घायल हो रही हैं जिसके कारण हमको आधी रात को भी गौ माता का इलाज करने के लिए नागरिकों के फोन के बाद जाना पड़ता है। अंधेरे में हो रहे गौवंश के घायल होने का सिलसिला कम होने का नाम नहीं ले रहा है। रेडियम का बेल्ट गौवंश को बचाने में निश्चित ही मिल का पत्थर साबित होगा। युवाओं द्वारा की गई यह पहल गौवंश और नागरिकों के साथ डॉक्टर के लिए भी एक सुख देने में सहायक होगा। सिवनी मालवा के सरकारी अस्पताल में चिकित्सक डॉक्टर ऋषि चौबे ने बताया कि अस्पताल में प्रतिदिन कोई ना कोई मरीज गौवंश के घायल होने के चलते इलाज कराने आता है।

मरीज का यही कहना रहता है कि रात के अंधेरे में गोवंश के टकराने से हम गाड़ी से गिर गए जिसके कारण हमें चोट आई है, अगर रेडियम बेल्ट सभी गोवंश को बांध दिए जाएं तो वाहन चालक को गौवंश देखने में आसानी होगी और हादसों पर लगाम लगाया जा सकेगा। युवाओं द्वारा की जा रही पहल गौवंश के साथ-साथ आम नागरिकों को सुरक्षित रखने में बहुत कारगर सिद्ध होगी। खुद के व्यय से कर रहे बेल्ट खरीदी युवा राजा तिवारी ने बताया कि वो गौ वंश के लिए अभी बिना सहयोग के खुद ही अपने व्यय से बेल्ट की खरीदी कर रहे हंै। बेल्ट को नागपुर के एक कंपनी द्वारा बुलवाया गया है, जिसकी कीमत 1 बेल्ट की 38 रुपए है। ऐसे शुरुआत में गौ वंश की सुरक्षा के लिए 500 बेल्ट बुलवाए हैं। अगर बेल्ट कम पड़ते हंै तो और बुलवाए जायेंगे।

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