इटारसी। आकाशगंगा के अरबों तारों के बीच मानव का अस्तित्व न के बराबर होते हुये भी अन्य जीवों से हटकर उसने अपने विकासक्रम में ज्ञान के आधार पर अंतरिक्ष की अनंत उंचाईयों को छू लिया है। आज विकास के लिये ज्ञान ही विकास की एकमात्र सीढ़ी है जो अनंत उंचाईयों तक ले जा सकती है।
यह बात इटारसी एसडीओ राजस्व आईएएस हरेंद्र नारायण ने केसला के उत्कृष्ट विद्यालय में कन्या आदिवासी छात्रावास की छात्राओं से बात करते हुये कही। वे विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर के संयोजन में आयोजित फेस टू फेस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। अपने जीवन के संघर्षों का उदाहरण देते हुये उन्होंने बताया कि किस प्रकार वे आज शिक्षा के आधार पर इस स्थिति में हैं। बच्चों से सीधी बात करते हुये उन्होंने सफल शिक्षा के लिये महंगी फीस वाले स्कूलों की अनिवार्यता को नकारते हुये बताया कि सामान्य स्कूलों में भी लगन और परिश्रम से समझ के साथ सीखी गई शिक्षा जीवनभर काम आती है। महंगी फीस वाले स्कूलों में शिक्षा से वंचित होने की स्थिति में छात्र अपने आपको इस तरह अध्ययन करें कि कॅरियर ऐसा बने कि महंगी फीस भी अनुकूल फीस में बदल जाये। बच्चों के प्रश्नों के उत्तर देते हुये उन्होंने आसपास अवलोकन क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता बताई।
गणतंत्र दिवस पर नागरिकता को केवल पाठ्यक्रम का भाग न मानते हुये इसे समझ कर पढऩे की आवश्यकता बताई। समय पालन तथा स्वअनुशासन का संकल्प भी छात्राओं को दिलाया। हरेंद्र नारायण ने विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर द्वारा असेंबल किया वर्किंग व्योममित्र मॉडल तथा खगोलविज्ञान के 16 नये बोर्ड का अनावरण किया। इस अवसर पर जनपद पंचायत केसला की मुख्य कार्यपालन अधिकारी वंदना कैथल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। प्राचार्य एसके सक्सेना ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।