आदिवासियों ने दिया कलेक्टर के नाम ज्ञापन
इटारसी। आदिवासी ब्लाक केसला के मजदूरों को चार माह से मजदूरी नहीं मिलने पर उन्होंने कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सहायक इंजीनियर को दिया। जनपद पंचायत कार्यालय में आए करीब 16 गांवों के आदिवासी मजदूरों ने ब्लाक में किए विभिन्न सरकारी कामों की मजदूरी का भुगतान नहीं होने के साथ ही वन अधिकार कानून के तहत दावा फार्म के निराकरण नहीं होने पर भी नाराजी जतायी। उनका कहना है कि निराकरण नहीं होने से वन विभाग उनको अतिक्रामक बता रहा है और ऐसे में आदिवासियों और वनकर्मियों में टकराव की स्थिति बन रही है।
केसला जनपद सदस्य फागराम के नेतृत्व में पहुंचे पिपरियाखुर्द पू्रफरेंज के करीब पांच दर्जन मजदूरों ने कहा कि उनको मई से मजदूरी भुगतान नहीं हुआ है। इनमें से कई मजदूरों ने नाका भवन निर्माण, नर्सरी में काम किया, बागुड़ लगायी और नर्सरी में पेड़-पौधों में खाद आदि डालने का काम किया है। ऐसे ही ग्राम धांसई, गोमती, बेलावाड़ा आदि गांवों के मजदूरों से वन विभाग ने गड्ढे खुदवाए, पेड़ लगवाए, थाला बनवाया। इसकी भी चार माह की मजदूरी बाकी है। मोरपानी पंचायत के मजदूरों ने बताया कि उनके यहां चूल्हा तक नहीं जलने की नौबत आ गयी है। मजदूरों ने कहा कि वे 25 अक्टूबर को फिर बड़ी संख्या में आएंगे।
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चार माह से नहीं हुआ मजदूरी का भुगतान
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