इटारसी। शहर को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाईयां प्रदान करने में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करने वाले शिक्षाविद एवं एमजीएम कालेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. ब्रह्मदत्त तिवारी का अस्थि कलश आज शहर में लाया गया था। उनका देह अवसान मुंबई में उनके पुत्रों के यहां हुआ था। मुंबई में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया। यहां उनकी अस्थियां शनिवार को होशंगाबाद में मां नर्मदा की पावन जलधारा में प्रवाहित की गईं। सुबह गोठी धर्मशाला में कुछ देर उनका अस्थि कलश रखा गया जहां उनके साथियों और वरिष्ठ नागरिक मंच के सदस्यों ने उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। शाम को पत्रकार भवन में भी एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
प्रेमशंकर दुबे स्मृति पत्रकार भवन में शहर के वरिष्ठ शिक्षाविद् एवं शासकीय एमजीएम कालेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. बीडी तिवारी को शहर ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर संबोधित करते हुए प्रोफेसर कश्मीर सिंह उप्पल ने कहा कि तिवारी महान दार्शनिक थे। उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि समाज और पर्यावरण के क्षेत्र में अपनी अहम भूमिका निभाई है। पूर्व मंत्री विजय दुबे काकूभाई ने कहा कि उनके विधायकी दौर में शासकीय महात्मा गांधी महाविद्यालय का जो सर्वांगीण विकास हुआ है, उसकी पटकथा डॉ. बीडी तिवारी ने ही लिखी थी।
डॉ. बीडी तिवारी के अंतिम समय तक सहयोगी रहे साहित्यकार डॉ. मानवेन्द्र पांडेय ने कहा कि अंतिम समय तक एक महाज्ञानी पुरुष के साथ रहने से जो ब्रह्मज्ञान हमें प्राप्त हुआ है, उसका उपयोग भी शहर के शैक्षणिक विकास के लिए करेंगे।शहर के सामाजिक विकास के लिए डॉ. तिवारी ने वरिष्ठ नागरिक मंच की स्थापना बीस साल पहले की थी जिसके प्रथम अध्यक्ष समाजसेवी शिखरचंद जैन ने भावुक होते हुए कहा कि श्री ब्रह्मदत्त तिवारी ने समाज के अंतिम छोर को आगे लाने का मार्ग भी प्रशस्त किया है।
श्रद्धांजलि सभा को पूर्व विधायक अंबिका शुक्ला, वरिष्ठ नागरिक मंच के वर्तमान अध्यक्ष डॉ. सुरेशचंद्र जोशी, कांग्रेस नेता पाली भाटिया, साहित्यकार चंद्रकांत अग्रवाल, नगर कांग्रेस अध्यक्ष पंकज राठौर ने भी संबोधित करते हुए शिक्षा और समाज के क्षेत्र में स्व. तिवारी के योगदान को याद किया। सभा के अंत में डॉ. बीडी तिवारी के पुत्र ब्रह्मेश तिवारी ने कहा कि बाबूजी ने हमें ईमानदारी के साथ समाजसेवा का रास्ता भी बताया है। सभा का संचालन सुनील बाजपेयी ने किया एवं आभार प्रदर्शन जितेन्द्र ओझा ने किया। सभा के अंत में उपस्थित नागरिकों ने स्वर्गीय तिवारी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।