दुष्कर्मियों को फांसी की सजा दी जाए
नर्मदा के दोनों तटों पर होगा पौधरोपण
आनंदिनी का हुआ विमोचन
सीवेज के पानी को शुद्ध किया जाएगा
होशंगाबाद। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज नर्मदा के तट पर अपार जन समूह उमडा है! मां नर्मदा बचपन का झूला जवानी की फुलवारी एवं बुढापे की काशी है। उसके तट पर भगवान शंकराचार्य ने तप किया है, किंतु आज नर्मदा को प्रदूषण से मुक्त कराने की आवश्यकता है। इसके लिए नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा प्रारंभ की गई जो नदी के संरक्षण एवं संवर्धन व पर्यावरण को बचाने का आंदोलन है। यह दुनिया में पर्यावरण व नदी संरक्षण के लिए किया जाने वाला दुनिया का आंदोलन है। जो नर्मदा के तट पर किया जा रहा है और जनता के द्वारा किया जाने वाला आंदोलन है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज होशंगाबाद शहर में नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा में शामिल हुए। वें यात्रा के साथ साथ पैदल चले और रास्ते में लोगेा को नदी को प्रदूषण से मुक्त कराने का एवं पर्यावरण बचाने का संदेश दिया। यात्रा में श्रीमती साधना सिंह ने यात्रा का कलश उठाया। विभिन्न रास्तो से होती हुई सेवा यात्रा सेठानी घाट पहुंची जहां मुख्यमंत्री ने आज जनता को सम्बोधित किया और सपत्नीक महाआरती में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने सेठानी घाट में जनता एवं सेवा यंात्रियो को संबोधित करते हुए कहा कि मां नर्मदा ने हमे सब कुछ दिया है किन्तु हमने मां नर्मदा को क्या दिया। वृक्षों को काटा, अमरकंटक में परम्परागत वृक्षो को काटकर यूकेलिप्टस के वृक्ष लगा दिया गया जो पानी को सोखता है। पहले जो वृक्ष थे वे वर्षा का पानी अवषोषित कर धीरे धीरे पानी छोडते थे वो पानी नर्मदा में जाता था।
नर्मदा के दोनों तटों पर पौधरोपण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा के दौरान नर्मदा नदी के दोनो तटो पर फलदार वृक्ष लगाए जाएगे। किसानो को पर हैक्टेयर फलदार वृक्ष लगाने पर 20 हजार रूपये अनुदान प्रति वर्ष दिया जाएगा, यदि कोई किसान दो कतारो की दूरी पर दूसरी फसल लेना चाहे तो वो कर सकता है। मनरेगा से गडडे कराएं जाएगे सब्सिडी भी दी जाएगी। फल लगने पर फल किसान का होगा। मुख्यमंत्री ने कहां कि फ्रुट रूट बनाकर फल खरीदने की व्यवस्था भी की जाएगी।
सीवेज के पानी को शुद्ध किया जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा में जो सिवेज का पानी प्रवाहित हो जाता है उसके लिए 1500 करोड रूपए की राशि से वाटर ट्र्रिटमेंट प्लांट बनाए जाएगे जिसमें सीवेज के पानी को शुद्ध कर रिसायकलिन कर किसानो के खेत में दिया जाएगा। उन्होने लोगो को प्रेरित किया कि वे शौच के लिए बाहर ना जाए। हवन एवं पूजा की सामग्री पूजन कुण्ड में विसर्जित करें, ताकि उससे जैविक खाद बनाई जा सके। उन्होने कहा कि नर्मदा नदी के तट पर मुक्ति धाम, महिलाओ के वस्त्र बदलने के लिए चेंजिंग रूम बनाए जाएगे। नदी के तटों पर शराब की कोई भी दुकान नहीं खोली जाएगी।
दुष्कर्मियों को फांसी की सजा दी जाए
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि समाज के नराधम एवं दुष्कर्मियों के लिए फांसी की सजा होनी चाहिए इसके लिए संविधान में संशोधन की आवश्यकता हो तो वह भी किया जाए।
पुस्तिका का विमोचन
मुख्यमंत्री ने सेठानी घाट में नमामि देवी नर्मदे पर रचित पुस्तिका आनंदिनी का विमोचन किया। गत 9 जनवरी को होशंगाबाद जिले में बनाए गए मानव श्रृंखला को गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में स्थान मिलने पर उसका प्रमाण पत्र एवं होशंगाबाद शहर को ओडीएफ घोषित होने का प्रमाण पत्र प्रदान किया।
विशिष्ट अतिथि हुए शामिल
सेठानी घाट में हुए कार्यक्रम म.प्र. विधानसभा अध्यक्ष डां सीताशरण शर्मा, वन मंत्री श्री गौरीशंकर शैजवार, खाद्य प्रसंस्करण व वन राज्य मंत्री श्री सूर्य प्रकाश मीणा, सांसद श्री राव उदय प्रताप सिंह, विधायक सोहागपुर श्री विजयपाल सिंह, पिपरिया विधायक श्री ठाकुर दास नागवंशी, सिवनीमालवा विधायक श्री सरताज सिंह, म.प्र. खनिज निगम के अध्यक्ष श्री शिव चौबे, म.प्र. वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह, श्री भैया जी महाराज, संत श्री रावत पुरा सरकार, आर्य विशप लियो कार्नलियो, फिल्म निर्देशक श्री प्रकाश झा, फिल्म अभिनेता गोविंद नामदेव, राष्ट्रीय एकता परिशद के उपाध्यक्ष महेश श्रीवास्तव, रमाकांत एवं उमाकांत गुंदेचा, श्री विजय दत्त श्रीधर, श्री रमेश चन्द्र अग्रवाल, श्री सुषील कुमार, बैतूल सांसद श्रीमती ज्योति ध्रुवे व अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।
अतिथियो ने भी किया संबोधित
सेठानी घाट में आयोजित कार्यक्रम में म.प्र. विधानसभा के अध्यक्ष डा सीताशरण शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान आज लोगो को संकल्प दिलाने आए है इस जनजन के अभियान को संकल्प के साथ चलाना है। पदम श्री साहित्यकार श्री विजयदत्त श्रीधर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में प्रकृति एवं आध्यात्म का ऐसा संगम है जो विज्ञान से परे है हम वृक्ष में देवता का वास एवं नदी को माता मानते है। मनुष्य जब असभ्य था तब नदी शुद्ध थी किन्तु अब मनुष्य सभ्य है तो नदी अशुद्ध है।
फिल्म निर्देशक श्री प्रकाश झा ने कहां कि मां नर्मदा ने हमे सदियों से दिया ही है! बदले कुछ भी लिया नही है। आर्य विशप ने कहां कि वे क्रिश्चन होकर भी नदी तट पर मौजूद है क्योकि उन्हें अपने भारतीय होने पर गर्व है! उन्होंने कहा कि प्रकृति की रक्षा करना व प्रकृति को जीवन देना आवष्यक है।
संत श्री रावत पुरा सरकार ने नदी संरक्षण व नदी के प्रदूषण पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर गुंदेचा बंधुओ ने अपने 11 विदेशी शिष्यो के साथ नर्मदा अष्टक का पाठ किया।
सेठानी घाट पर आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख सचिव जन संपर्क श्री एस के मिश्रा, आयुक्त श्री अनुपम राजन, कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया, पुलिस अधिक्षक श्री आषुतोश प्रताप सिंह, सीईओ जिला पंचायत श्री पी सी शर्मा सहित जनप्रतिनिधिगण, प्रिंट एवं इलेक्ट्रोनिक मिडिया के प्रतिनिधिगण और बडी संख्या में आम जनता मौजूद थे।
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नमामि देवी नर्मदे, नर्मदा के तट पर जनता का आंदोलन – मुख्यमंत्री श्री चौहान
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