नींद भी पूरी नहीं कर पा रहे पुलिस और नपा के अधिकारी

Post by: Manju Thakur

इटारसी। आलोचना करना सहज है, लेकिन मैदान में काम करना उतना ही दुश्कर कार्य है। कोरोना के इस दौर में कमियां हैं तो कुछ सराहनीय कार्य भी। आबादी बड़ी है, कुछ कर्मचारी लापरवाह भी हो सकते हैं, कुछ बेपरवाह भी। लेकिन, राहत पहुंचा रहे अमले में ऐसे भी अधिकारी और कर्मचारी हैं जो न रात देख रहे और ना दिन। यहां तक वे अपनी नींद भी पूरी नहीं कर पा रहे हैं और बिना खीज दिखाये केवल काम कर रहे हैं।
पुलिस, नगर पालिका, खाद्य विभाग, राजस्व विभाग का अमला जहां राहत और सुरक्षा के लिए लगातार काम कर रहा है तो स्वास्थ्य और महिला बाल विकास का अमला मैदान पर लोगों के स्वास्थ्य से जुड़े कामों पर लक्ष्य लेकर चल रहा है। पुलिस, नपा और राजस्व का अमला देर रात तक उन क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचा रहा है, जहां लोगों को परेशानी की खबरें मिल रही हैं। सूचना मिलने के बाद संसाधन जुटाना, उनको व्यवस्थित करने में काफी टाइम लग रहा है। हाल ही में दो दिन पूर्व रात में ही एसडीएम सतीष राय, सीएमओ सीपी राय और खाद्य अधिकारी पुष्पराज पाटिल ने राशन के एक हजार पैकेट्स बनाकर नाला मोहल्ला और जीन मोहल्ला में वितरित कराये।

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टीआई बढ़ा रहे मनोबल
टीआई लगातार ड्यूटी कर रहे अपने जवानों के साथ लॉक डाउन में ड्यूटी हर कर्मचारी का मनोबल बढ़ाने के लिए ड्यूटी पाइंट पर जाकर उनसे बातचीत कर रहे हैं, उनकी समस्याएं सुन रहे और उनका निराकरण की कोशिश भी कर रहे हैं। टीआई कई पाइंट पर कर्मचारियों के साथ ही खाना खा रहे हैं ताकि कर्मचारियों को ऐसा न लगे कि उनको अलग खाना मिल रहा है और अधिकारी कुछ और खा रहे हैं। रविवार को थाना प्रभारी ने जीन मोहल्ला में ड्यूटी पर लगे पुलिसकर्मियों, कोटवारों और सरकारी कर्मचारियों के साथ भोजन किया। उन्होंने कहा कि हम साथ-साथ भोजन इसलिए कर रहे हैं कि कर्मचारियों का मनोबल भी बढ़े। युद्ध और आपदा में पद की बजाएं सेवा महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने कहा मुझे गर्व है कि मेरे साथ काम कर रहे सभी जवान और कर्मचारी रात दिन मेहनत कर रहे हैं।

राशन है प्राथमिकता में
दरअसल, जीन मोहल्ला और नाला मोहल्ला के जो क्षेत्र हॉट स्पॉट हैं, वहां बेहद जरूरतमंद और गरीब मेहनतकश लोगों का रहवास है। ऐसे में राशन पहुंचाना प्रशासन की प्राथमिकता है। सभी को अनाज मिल जाए, इसके लिए रात में भी काम लगातार चल रहा है। नगर पालिका का अमला भी कर्तव्यपथ पर सजगता से जुटा हुआ है। गेहूं और चावल शासन की ओर से मिल गया है तो तेल, मिर्च मसाले, शक्कर, चाय और दूध की जरूरतें स्थानीय प्रशासन और नगर पालिका मिलकर पूरी कर रहे हैं। उपयंत्री आदित्य पांडेय, सहायक राजस्व निरीक्षक विकास वाघमारे, स्वच्छता विभाग से कमलकांत, जगदीश पटेल और अन्य स्टाफ नगर पालिका से जुटा है तो राजस्व निरीक्षक, पटवारी, कोटवार राजस्व विभाग से, स्वास्थ्य विभाग से और महिला बाल विकास विभाग से मैदानी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।

कमियां भी हैं, हल भी हो रहा
जिम्मेदारी भी बड़ी है और सीमित संसाधनों की बदौलत उसे पूरा भी करना है। कर्मचारियों की एक सीमित संख्या के साथ सुबह से लेकर देर रात तक सभी विभाग को जुटा रहना पड़ रहा है। यही कारण है कि कई जगह कमियां भी देखने को मिल रही हैं। लगातार एक माह से अधिक समय बीतने के बावजूद अभी मैदानी अमले ने धैर्य नहीं खोया है, बिना अपने स्वास्थ्य की चिंता किये, लगातार काम करने से हालांकि थकान भी हो रही है तो बिना किसी को शिकायत किये लगातार सेवा कार्य में जुटे हैं। इधर भूख के कारण कंटेन्मेंट की आबादी का कुछ हिस्सा शिकायत लेकर बेरीकेट्स के पास पहुंच रहा है तो सूचना मिलते ही जिम्मेदार अधिकारी उनकी शिकायतों को नोट कर रहे हैं और मांग के अनुसार पैकेट तैयार कराने के बाद देर रात तक उनका वितरण भी करा रहे हैं।

लॉक डाउन का पालन करें
कलेक्टर धनंजय सिंह ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु जिले में लागू लॉकडाउन का पालन करें, स्वयं और अपने परिवार को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु सभी उपाय आवश्यक रूप से अपनाने के लिए प्रेरित करें। यदि कोई जरूरी काम हो तो ही घर से मॉस्क, रूमाल, स्कार्फ से चेहरे को कवर करके ही निकलें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य रूप से कर, साबुन से अच्छी तरह से बार-बार हाथ साफ करें। उन्होंने कहा कि जिले की सीमायें पूर्ण रूप से बंद कर दी हैं। घर-घर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। कन्टेनमेंट क्षेत्रों में आवाजाही आगामी आदेश तक पूर्णत: प्रतिबंधित है। प्रतिबंधों के उल्लंघन पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। ऐसी स्थिति निर्मित करने वाले पर विरूद्ध एफआईआर भी कराई जा सकती है।

कंटेन्मेंट क्षेत्र में पूर्ण प्रतिबंध
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया है कि इटारसी कन्टेनमेंट क्षेत्र में आवागमन से वायरस के संक्रमण की आशंका को देखते हुए आवागमन पर विशेष परिस्थितयों को छोड़कर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया है। संक्रमण के लक्षण यदि किसी व्यक्ति में दिखते हैं तो उसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अमले, एसडीएम इटारसी, तहसीलदार, थाना प्रभारी को दी जाए ताकि समय रहते उसका उपचार किया जा सके। जिले में चल रहे कोरोना सर्वे के लिए गठित दलों से सहयोग की अपील की है। यह भी अनुरोध किया है, यदि स्वयं या आसपड़ोस में बीमारी के लक्षण दिखाई दें तो इसकी जानकारी स्वास्थ्य कर्मियों को दें ताकि उनकी जांच की जा सके। लॉकडाउन में जरूरतमंदों, निराश्रितों एवं गरीबों को भोजन की समस्या न हो इसलिए प्रशासन, नपा तथा स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से भोजन के पैकेट दिए जा रहे हैं।

 

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