न्यास कालोनी के पास एक गड्ढे में ले लाकर गड़ाईं
इटारसी। नगर पालिका के राजस्व और स्वच्छता विभाग के अमले ने आज शाम अचानक बाजार में पहुंचकर प्लास्टर आफ परिस की करीब एक हजार मूर्तियां जब्त कर उनको भूमिगत कर दिया। इनमें 9 मूर्तियां तीन फुट की थीं, शेष सभी एक से डेढ़ फुट की थीं। पिछले दो दिनों से लगातार शिकायतें मिल रहीं थीं कि प्रतिबंध के बावजूद बाजार में पीओपी की प्रतिमाएं बड़ी संख्या में बिकने के लिए आयी हैं। बीते कुछ वर्षों से पीओपी की मूर्तियों के निर्माण और बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा है, बावजूद इसके कुछ मूर्ति विक्रेता इस नियम की अनदेखी करके पीओपी की मूर्तियां बचने में लगे रहे। इस वर्ष भी बड़ी संख्या में पीओपी की मूर्तियां बाजार में बिकने आयीं।
नगर पालिका के अमले ने पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी जयस्तंभ चौक, आरएमएस आफिस के सामने, गुरुद्वारा भवन के पास और चिकमंगलूर चौराहे के पास लगी गणेश प्रतिमाओं की दुकानों पर छापामार कार्रवाई की और वहां बिक रहीं प्लास्टर आफ पेरिस की मूर्तियों को जब्त किया। इस दौरान मुख्य नगर पालिका अधिकारी अक्षत बुंदेला, स्वास्थ्य अधिकारी सुनील तिवारी, स्वच्छता निरीक्षक आरके तिवारी, एआरआई संजीव श्रीवास्तव सहित नगर पालिका के कर्मचारी मौजूद थे।
सीएमओ श्री बुंदेला ने कहा कि प्लास्टर आफ पेरिस की मूर्तियों पर पूरी तरह से प्रतिबंध है, हर वर्ष इसके लिए मूर्ति निर्माता और विक्रेताओं को आगाह भी किया जाता है, बावजूद इसके मूर्तियां बाजार में बिकने के लिए आ जाती हैं। उन्होंने कहा कि प्लास्टर आफ पेरिस से बनी मूर्तियों में रसायनिक रंगों का प्रयोग होता है जो जल प्रदूषण का कारण बनती हैं। ये मूर्तियां पानी में गलती भी नहीं हैं, जिससे नदियों में कई दिनों तक बनी रहती हैं। इस वर्ष भी बाजार में बड़ी संख्या में मूर्तियां बिकने आयीं थी, निरीक्षण करने के बाद हमने इन मूर्तियों को जब्त करके न्यास कालोनी के पास एक बड़ा गड्ढा कराके पूजन कराने के बाद जमीन में दबा दिया है।