नापतौल विभाग, भारत पेट्रोलियम, गिलबार्को-वेण्डरूट और मिडको कंपनी ने की जांच
इटारसी। उत्तरप्रदेश में पेट्रोल पंपों पर फिलिंग मशीन में चिप मिलने के बाद पेट्रोलियम मंत्रालय ने पेट्रोल पंपों पर जांच के आदेश दिए हैं। इसी तारतम्य में आज नापतौल विभाग, आपूर्ति विभाग, पेट्रोल कंपनी प्रतिनिधि और पेट्रोल पंप मशीन बनाने वाली कंपनी के टेक्निशियंस की संयुक्त टीम ने यहां इटारसी में भी पेट्रोल पंपों की जांच की। जांच के बाद अधिकारियों ने कहा कि यहां सब कुछ ठीक रहा, किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं मिली है।
सुबह करीब दस बजे रेलवे स्टेशन के सामने स्थित भारत पेट्रोलियम के पेट्रोल पंप पर टीम पहुंची और अपने-अपने विभाग से संबंधित जांच में जुट गई। एक टीम ने स्टाक रजिस्टर और अन्य कागजात चेक किए तो दूसरी टीम ने तकनीकि पहलुओं की जांच की। जांच के दौरान पेट्रोल पंप की सील चेक की फिर पांच लीटर डिलेवरी लेकर देखी कि सही मात्रा में पेट्रोल निकल रहा है या नहीं? इस तरह से रेलवे स्टेशन के सामने स्थित पेट्रोल पंप की सभी पेट्रोल और डीजल मशीनों की जांच सभी नोज़ल से पेट्रोल लेकर की। इसी तरह से पंप के भीतर लगे पल्सर कार्ड की जांच में देखा कि कहीं कोई डिवाइस तो नहीं लगी है या फिर कोई छेड़छाड़ तो नहीं हुई है।
टीम में भारत पेट्रोलियम की सेल्स आफिसर सुहानी वाष्र्णेय, जिला नापतौल निरीक्षक श्याम दुबे, सहायक ग्रेड 3 राहुल खेरबड़कर, मिडको कंपनी के टेक्निशियन प्रतीक तिवारी, गिलबार्को-वेण्डरूट के केल्विन विल्सन और एएफओ राजू अतुलकर शामिल थे।
टीम में शामिल थे ये विभाग
नापतौल विभाग मप्र शासन, भारत पेट्रोलियम भारत सरकार, गिलबार्को-वेण्डरूट और मिडको कंपनी के टेक्निशियन।
ये जांच की
स्टाक, सेल्स, के-फेक्टर, पांच लीटर नाप जांच, सारे पल्सर खोलकर जांच।