विधानसभा अध्यक्ष ने कहा जल्द गिरफ्तार किए जाएं आरोपी
इटारसी। दो दिन में लगातार दो घटनाओं के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा ने आज स्थानीय पुलिस के दोनों आला अधिकारियों को तलब करके इन घटनाओं के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। विस अध्यक्ष ने कहा कि शहर में इस तरह की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अग्रवाल भवन के सामने ईरानियों द्वारा किए गए उपद्रव और रेलवे स्टेशन के सामने हुई आटो चालक की बेरहमी से पिटाई मामले को डॉ. शर्मा ने काफी गंभीरता से लिया है।
सुबह रेस्ट हाउस में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने एसडीओपी अनिल शर्मा और टीआई भूपेन्द्र सिंह मौर्य को बुलाकर शहर की कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जतायी और इसमें सुधार के निर्देश दिए. डॉ. शर्मा ने कहा कि बीते दो दिन में हुई इस तरह की मारपीट से लगता है कि अपराधी बेलगाम हो रहे हैं, इस तरह की स्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डॉ. शर्मा ने सुबह सब्जी और फल विक्रेताओं ने भी मुलाकात करके नववर्ष के पहले दिन अग्रवाल भवन के सामने ईरानियों द्वारा की गई गुंडागर्दी पर चिंता जताते हुए कहा कि था कि आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से उनके बीच भय का माहौल है।
उल्लेखनीय है कि 1 जनवरी को ईरानी डेरा निवासी जुबैर अली, मासूम अली, राज ईरानी, सैफ ईरानी व अन्य ने दिनेश उर्फ तन्ना पिता सौदान सिंह की फल की दुकान पर जाकर उससे शराब के पैसे मांगे और न देने पर मारपीट की थी। मामले में तीन आरोपी पकड़े गए हैं जबकि लगभग तीन अभी फरार हैं। इसी तरह से 2 जनवरी की रात को रेलवे स्टेशन के सामने एक आटो चालक लिखीराम पटेल से पूर्व पार्षद रजनीकांत सोनकर, अमित सोनकर, राजकुमार सोनकर, विशाल और दो अन्य ने मारपीट की थी। उसे अर्धनग्न करके बुरी तरह से पीटा था. ये आरोपी भी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस ने मामले में आरोपियों के खिलाफ धारा 327, 341, 294, 506, 34 का मामला दर्ज किया है। विस अध्यक्ष से मिले निर्देश के बाद पुलिस ने दोनों घटनाओं के आरोपियों के ठिकानो पर दबिश दी है, हालांकि अभी इनकी गिरफ्तारी में सफलता हासिल नहीं हुई है।
ट्रैफिक सुधारने निकले नगर निरीक्षक
रेस्ट हाउस में हुई बैठक में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा ने शहर के बाजार क्षेत्र की ट्रैफिक व्यवस्था पर भी चिंता जतायी थी। शहर के ट्रैफिक के काफी बुरे हाल हैं। अखबारों और अन्य माध्यमों से लगातार पुलिस की जानकारी में लाने के बावजूद विभाग के आला अफसरों ने ट्रैफिक में सुधार करने में कोई रुचि नहीं ली थी। आज मिले निर्देश के बाद स्वयं नगर निरीक्षक अपने वाहन से एमजी मार्ग पर पहुंचे और बीच रोड पर बेतरतीब खड़े वाहन हटवाए. हालांकि उनके जाने के बाद स्थिति जस की तस हो गई थी।