राशि पाकर रामनारायण का चेहरा खिला
इटारसी। जिले में भावांतर भुगतान योजनांतर्गत आज 15 हजार 441 किसानों को 39 करोड़ के भुगतान के प्रमाण पत्र वितरित किए गए। यहां कृषि उपज मंडी में हुए किसान सम्मेलन में 1 से 31 दिसंबर तक पंजीयन कराने वाले जिले के 15 हजार 441 कृषकों को 39 करोड़ 52 लाख 75 हजार 360 रूपए के प्रमाण पत्र बांटे। यह राशि शीघ्र ही किसानों के बैंक खातों में पहुंचा दी जाएगी।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए जिला पंचायत के अध्यक्ष कुशल पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार किसानों के हित में प्रयास करते रहे हैं। उनका प्रयास रहा है कि किसानों को उनकी उपज का भरपूर लाभ मिले। श्री पटेल ने कहा कि शुरू में उड़द की फसल खराब हुई उसे भावांतर योजना में कवर करते हुए लाभ दिया है।
श्री पटेल ने कहा कि जिले में ऐसे भी किसान हैं जिन्हें भावांतर योजना के अंतर्गत 5 से 7 लाख रुपए तक की राशि मिली है। जिला सहकारी बैंक एवं इटारसी मंडी के डायरेक्टर पीयूष शर्मा ने बताया कि पूरे प्रदेश में लगभग साढे 10 लाख किसानों को 1700 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह आंकडे कम हैं क्योंकि कई किसानों ने अपना पंजीयन भावांतर भुगतान योजना में नहीं कराया है। उन्होंने बताया कि लगभग 1200 करोड़ रूपए की राशि तो इटारसी मंडी ही दे रहा है।
श्री शर्मा ने कहा कि अब मंडी में मशीनों से फिगर एवं रजिस्ट्रेशन कराये जाने का प्रयास किया जाएगा। श्री शर्मा ने बताया कि गेहूं का पंजीयन 15 फरवरी से प्रारंभ हो रहा है साथ ही सरसों एवं चना का पंजीयन आज से ही प्रारंभ हो रहा है। उन्होंने सभी किसानों को अपना पंजीयन प्राथमिकता से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने किसानों को नरवाई न जलाने की समझाइश दी।
मंडी समिति के अध्यक्ष विक्रम सिंह तोमर ने बताया कि इटारसी मंडी में आसपास के 8 से 10 जिलों के किसान अपनी फसल बेचने आए थे। उन्होंने बताया कि इटारसी मंडी किसानों को सहूलियत देने में सफल रही है। श्री तोमर ने कहा कि माह अक्टूबर एवं नवंबर में पंजीयन कराने वाले कुछ किसान तकनीकी कारणों से लाभ लेने से वंचित हो गए हैं उन सभी को जल्द ही भुगतान कराया जाएगा। भावांतर भुगतान समिति के सदस्य अनिल बुंदेला ने कहा कि भावांतर योजना बहुत अच्छी योजना है इस योजना को सफल बनाने में किसान एवं व्यापारी दोनों का ही महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होने बताया कि शासन अब किसानों के हित में 5 लाख तक की इलाज कराने वाली योजना लेकर आएगी।
सम्मेलन में प्रतीकात्मक रूप से किसान रामनारायण पटेल, ब्रज मोहन मीणा, जगदीश वर्मा, शिवशंकर मेहरा, बलिराम कीर, पप्पू वर्मा, गोकुल मालवीय, पूनम चंद चौरे, डालचंद साहू, रमेश चौरे, राजेश पटेल, नवलकिशोर, आदि को भावांतर भुगतान के प्रमाण पत्र वितरित किए। कार्यक्रम में हमाल संघ के नर्मदा प्रसाद यादव, मंडी सदस्य पन्नालाल उईके, सीता बाई, जमुना बाई, सरताज सिंह चौधरी, व्यापारी मनीष अग्रवाल, अनिल राठी, उपसंचालक किसान कल्याण एवं कृषि विभाग जितेन्द्र सिंह, अध्यक्ष प्रतिनिधि देवेन्द्र पटेल सहित बड़ी संख्या में किसान, मंडी के हम्माल एवं कृषि विभाग के कर्मचारी मौजूद थे।
राशि पाकर रामनारायण का चेहरा खिला
मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को फसल का वाजिब हक दिलाने के लिए मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना प्रारंभ की है। इस योजना के तहत किसानों को उनकी उपज का समर्थन मूल्य के आधार पर अंतर की राशि प्राप्त हो जाती है। इस योजना का सफल एवं बेहतर क्रियान्वयन होशंगाबाद जिले में किया जा रहा है। आज कृषि उपज मंडी इटारसी में भावांतर भुगतान योजना के तहत किसानों को भावांतर की राशि के प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस कार्यक्रम में इटारसी तहसील के ग्राम दमदम के उन्नतशील कृषक रामनारायण पटेल को भावांतर योजना में 4 हजार 300 रूपए की राशि प्राप्त हुई। इसके पूर्व माह नवंबर में उन्हें मक्का के लिए 48 हजार रूपए की राशि प्राप्त हुई थी। साथ ही आज उन्हें 4 हजार 300 रुपए की राशि सोयाबीन व उड़द की फसल के लिए प्राप्त हुई। श्री पटेल दमदम के एक उन्नतशील कृषक हैं। वे कहते हैं कि अगर मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना नहीं बनाते तो उन्हें नवंबर माह की मक्के की फसल एवं दिसंबर माह की सोयाबीन व उड़द की फसल कम कीमत पर व्यापारी या बिचौलियों को बेचनी पड़ती। वे कहते हैं कि उन्हें जो 48 हजार एवं 4 हजार 300 रूपए की भावांतर की राशि प्राप्त हुई है उस राशि से वे अगली गेहूं की फसल की तैयारी निश्चित होकर कर सकेंगे।