होशंगाबाद। कलेक्ट्रेट के रेवा सभाकक्ष में कलेक्टर अविनाश लवानिया की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत मीडिया कर्मियों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के लिए जिला स्तरीय कार्यशाला में कलेक्टर ने कहा कि होशंगाबाद जिले में कुपोषण को खत्म करने के लिए सराहनीय काम किया जा रहा है। अटल बाल पालक अभियान के अंतर्गत समाज के प्रबुद्ध लोगों तथा मीडिया का सहयोग प्रशासन को प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पोषण मिशन के अंतर्गत म.प्र. के 51 में से 38 जिलों का चिन्हांकन किया है। इस सूची में होशंगाबाद नहीं हैं। यह दर्शाता है कि होशंगाबाद प्रदेश के सुपोषित जिलों में से है। इसके बावजूद अभी भी जिले में लगभग 2197 अतिकम वजन के बच्चे हैं। अगर हम सब मिलकर प्रयास करेंगे तो इस संख्या को शून्य करना भी असंभव नहीं हैं।
कलेक्टर ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के बारे में बताते हुए कहा कि इस योजना के अंतर्गत गर्भवती माताओं को 5 हजार रूपए की राशि दी जाएगी जिससे वे अपने खानपान पर ध्यान दे सकें। उन्होंने कहा कि स्वस्थ बच्चे के जन्म के लिए गर्भवती महिला की चिकित्सीय जांच आवश्यक है। इसलिए इस योजना के अंतर्गत यह प्रावधान है कि 2 हजार रूपए की द्वितीय किश्त कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच के बाद ही प्रदान की जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि मीडिया के माध्यम से इस योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार होना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा गर्भवती महिलाएं लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि जिले में हिरण्यगर्भा अभियान के अंतर्गत हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं के लिए प्रशंसनीय कार्य किया जा रहा है। इसे और अधिक सफल बनाने के लिए मीडिया एवं समाज का सहयोग आवश्यक है। जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय त्रिपाठी ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए आय का कोई बंधन नहीं हैं। केवल सरकारी कर्मचारी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के कर्मचारी तथा किसी भी कानून के तहत समान लाभ प्राप्त करने वाले कर्मचारी इस योजना की परिधि से बाहर हैं। उन्होंने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए गर्भवती महिला को आंगनबाडी केन्द्र में पंजीकरण कराना होगा। हितग्राही को प्रदान की जाने वाली राशि सीधे शासन स्तर से बैंक खातों में डाली जाएगी।