इटारसी। रेलवे की रिक्त भूमि पर कोई कचरा डाल रहा है। कौन यह, यह पता नहीं। रेलवे के जिम्मेदार अधिकारी कहते हैं कि कोई ट्रैक्टर-ट्राली से लाकर कचरा फैक रहा है। आज हमारे यहां के किसी कर्मचारी ने उसकी फोटो लेनी चाही तो वह कचरे में आग लगाकर भाग निकला।
घटना शुक्रवार को दोपहर की बतायी जा रही है। बताया जाता है कि किसी ट्राली से यह कचरा किसी कालोनी से लाकर यहां डाला जा रहा था। ट्राली से कचरा खाली करने के बाद यहां आग लगा दी गई। जलते कचरे से आसपास गहरा काला धुंआ उठ रहा था जो कई घंटे राहगीरों को परेशान करता रहा।
क्या करते हैं हेल्प इंस्पेक्टर
कहने को तो रेलवे के पास हेल्थ इंस्पेक्टर की पोस्ट है। लेकिन, वे इस तरह की किसी गतिविधि को रोकने के लिए काम नहीं करते। जिस जगह आग लगी है, वहां कचरे का पहाड़ है। रेलवे के अलावा बाहर से लोग कचरा लाकर कैसे डाल रहे हैं, यह जांच का विषय है। स्वयं रेलवे के कर्मचारी कहते हैं कि एचआई कोई काम के नहीं हैं। ऐसे में फिर रेलवे कालोनी के निवासी आखिर किससे उम्मीद रखें। स्टेशन अधीक्षक का कहना है कि रेलवे की भूमि है। लेकिन, कालोनी के लिए अलग हेल्थ इंस्पेक्टर है, जिनका काम है इस तरह की गतिविधियों को रोकना। जबकि कालोनी में पदस्थ एचआई का कहना है कि वह रेलवे स्टेशन से आने वाला कचरा है। वे बोले कि हमारी कालोनी का कचरा नहीं है।
नहीं होती कोई सख्त कार्रवाई
प्रदूषण नियंत्रण मंडल चाहे लाख दावे करे, नियम बनाये या निर्देश दे। मैदान में उस पर अमल नहीं होगा तो हम प्रदूषण नियंत्रण की केवल ख्याली बातें ही कर सकते हैं। अब तक शहर सरकार ही न्यास कालोनी के पास कचरा जलाने के मामले में टारगेट पर होती थी, अब रेलवे ने भी यही राह पकड़ ली है। शुक्रवार को जो कचरा जला तो उससे इतना काला और जहरीला धुआं निकला, जिससे न सिर्फ आसपास कालोनी के निवासी बल्कि उस रोड से गुजरने वालों का दम घुटने लगा। इस घटना के बाद जब सवाल उठाना प्रारंभ हुए तो रेलवे के अधिकारी एकदूसरे पर जिम्मेदारी डालकर खुद बचने का प्रयास करते हुए दिखाई दिये।
इनका कहना है…!
किसी कालोनी के लोगों की कचरे से भरी ट्राली थी जो उन्होंने वहां खाली की। कुछ हमारे लोगों ने जब फोटो निकालने की कोशिश की तो ट्रॉली वाले ने आग लगायी और वहां से भाग निकला। वह जगह आवासीय क्षेत्र की है, एचआई जानकारी दे सकते हैं।
राजीव चौहान, स्टेशन अधीक्षक
मैं तो बाहर हूं, वहां आज क्या हुआ मुझे जानकारी नहीं है। जहां तक कचरे का सवाल है, रेलवे स्टेशन का सारा कचरा वहां डाला जाता है। कालोनी की मीटिंग में मामला उठा था। हमने स्टेशन अधीक्षक को पत्र भी लिख दिया है कि वहां कचरा न डाला जाए।
आरके जाटव, हेल्थ इंस्पेक्टर रेलवे