इटारसी। जीनियस प्लानेट स्कूल के लगभग तीन सौ बच्चों ने आज नगर पालिका कार्यालय में पहुंचकर सीएमओ कक्ष का घेराव किया। ये बच्चे अपने शिक्षकों और स्कूल के संचालकों के मार्गदर्शन में न्यास कालोनी बायपास पर नगर पालिका के स्वच्छता विभाग द्वारा फैंके जा रहे कचरे को उठाने और वहां कचरा नहीं डालने की मांग लेकर पहुंचे थे।
न्यास कालोनी बायपास पर नगर पालिका के स्वच्छता विभाग द्वारा फैका जा रहा कचरा अब पास ही बने जीनियस प्लानेट स्कूल के बच्चों के स्वास्थ्य का दुश्मन बन रहा है। स्कूल के बच्चे इससे उठने वाली दुर्गंध से बीमार होने लगे तो स्कूल प्रबंधन ने नगर पालिका सीएमओ और एसडीएम से इस कचरे को यहां डंप करने से रोकथाम की मांग की। एक पखवाड़ा बीतने पर भी जब मांग पर विचार नहीं हुआ तो स्कूल संचालक मो. जाफर सिद्दीकी, मनीता सिद्दीकी, प्राचार्य विशाल शुक्ला के साथ कुछ बच्चों के पालक और करीब तीन सौ बच्चे नगर पालिका ही पहुंच गये।
उनके समर्थन में नर्मदांचल जल अभियान के अजय राजपूत, राजेश सोनकर के अलावा स्वास्थ्य समिति के सभापति राकेश जाधव भी पहुंचे थे। सभी की एक ही मांग थी कि वहां कचरा नहीं फैंका जाए और वहां उठ नहीं दुर्गंध को खत्म करने का इंतजाम किया जाए। सीएमओ हरिओम वर्मा ने बताया कि जिलवानी में नगर पालिका को मिली भूमि पर कचरा डाला जा रहा था। लेकिन, भारी बारिश के कारण उस स्थान पर हमारे वाहन नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसलिए फिलहाल यहां कचरा डाला जा रहा है। एक सप्ताह में जिलवानी में व्यवस्था बनाकर कचरा वहीं ले जाएंगे। स्कूल संचालक मो. जाफर ने कहा कि दो दिन के भीतर वहां दुर्गंध न आए, ऐसी व्यवस्था की जाए। उन्होंने बताया कि वहां मरे जानवर फैंके जा रहे हैं, उनके सडऩे से उठने वाली दुर्गंध से बच्चों का बुरा हाल है। उन मृत जानवरों को वहां से हटाया जाए। सीएमओ श्री वर्मा ने तत्काल सफाई दरोगा ओमप्रकाश मालवीय को निर्देश दिए कि जानवर हटाएं और ब्लीचिंग पावडर और कीटनाशक आदि डालकर वहां दुर्गंध खत्म की जाए।
पंद्रह दिन पूर्व दिया था पत्र
स्कूल संचालक मो. जाफर सिद्दीकी ने बताया कि वे लगातार इस कचरे को वहां नहीं डालने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने एसडीएम और सीएमओ को पंद्रह दिन पूर्व पत्र दिये थे। लेकिन, कोई फर्क नहीं पड़ा और आज मजबूरी में बच्चों को लेकर आना पड़ा। उन्होंने बताया कि बायपास मार्ग किनारे बदबूदार कचरा डाला जा रहा है जिसे आवारा मवेशी खींचकर सड़क पर फैला रहे हैं और कबाड़ बीनने वाले भी कचरे को रोड पर ही फैला रहे हैं। नगर पालिका के कर्मचारी वहां मृत मवेशी भी फैक रहे हैं, जिससे उठने वाली दुर्गंध से यहां से निकलना मुश्किल और स्कूल के बच्चों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है।
बारिश के कारण आ रही परेशानी
सीएमओ हरिओम वर्मा का कहना है कि कचरा डंप करने के लिए कीरतपुर के पास जिलवानी में भूमि नगर पालिका को मिल गयी है। वहां कचरा ले जाना प्रारंभ भी कर दिया था। लेकिन, लगातार बारिश के कारण वहां कीचड़ होने से वाहन पहुंचना संभव नहीं हो पा रहा है। इसलिए फिलहाल कुछ दिनों के लिए यहां कचरा डाला जा रहा था। हम वहां व्यवस्था करके यहां से कचरा वहीं ले जाने के आदेश कर रहे हैं। सीएमओ श्री वर्मा ने कहा कि जो कचरा डाला जा रहा है, उसे सड़क किनारे डालकर पोकलेन मशीन से ऊपर चढ़ाया जा रहा है। लेकिन मवेशी नीचे फैला रहे हैं। हमने स्वच्छता विभाग को आदेश कर दिये हैं कि दो दिन में वहां से कचरा उठाकर पावडर और कीटनाशक का छिड़काव कराया जाए।
स्कूली बच्चे हो रहे हैं बीमार
इस मार्ग से न सिर्फ जीनियस प्लानेट स्कूल बल्कि नालंदा और रेनबो स्कूल के बच्चे भी आना जाना करते हैं। जीनियस प्लानेट स्कूल के बच्चे यहां की दुर्गंध से पिछले कई दिनों से बीमार हो रहे हैं और स्कूल प्रबंधन को भी परेशानी हो रही है। वे बच्चों के पालकों को जवाब भी नहीं दे पा रहे हैं। गुरुवार को भी जब तीन बच्चों का स्वास्थ्य खराब हुआ तो स्कूल प्रबंधन ने बच्चों के पालकों को स्कूल बुलाया और बच्चों के साथ पालक और स्कूल संचालक, शिक्षिकों के साथ नगर पालिका जा पहुंचे। एक पालक सर्वजीत सिंह सैनी ने कहा कि यह नगर पालिका की घोर लापरवाही है कि मांग के बावजूद कचरा नहीं उठाकर बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।