इटारसी। आल इंडिया को-आपरेटिव बैंक एम्पलाइज फेडरेशन के तत्वावधान में मध्यप्रदेश की सहकारी बैंकिंग व्यवस्था ढांचा परिवर्तन आवश्यकता एवं उपयोगिता विषय पर ईश्वर रेस्टोरेंट में एक संगोष्ठी हुई। शनिवार को दोपहर में हुई संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जीआर नीमगांवकर ने कर्मचारियों की समस्याओं तथा पेंशन को लेकर अपने विचार रखे।
होशंगाबाद-हरदा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक एम्पलाइज फेडरेशन द्वारा आयोजित संगोष्ठी में स्थानीय ग्रामीण क्षेत्र से सहकारी समितियों में रहे पूर्व संचालक मोहन झलिया को भी आमंत्रित किया था। इन नेताओं ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सहकारी के क्षेत्र में बड़े बदलाव की जरूरत है।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जीआर नीमगांवकर ने केन्द्र सरकार तथा पिछली भाजपा सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए सहकारी क्षेत्र में फैले भ्रष्टाचार तथा बड़े बदलाव की बात कही। करीब डेढ़ घंटे चली इस संगोष्ठी में कांग्रेस नेता ने होशंगाबाद में जिला बैंक महाप्रबंधक पर लगे आरोपों का भी बखान किया तो होशंगाबाद के कुछ कर्मचारी नाराज भी हुए। इनमें से एक होशंगाबाद ब्रांच मैनेजर देवेन्द्र चौकसे ने बताया कि कांग्रेसी नेता अपनी राजनीति कर रहे हैं। अभी आरोप लगे हैं, इससे कोई दोषी सिद्ध नहीं हो जाता। दरअसल उनका आशय जीएम आरके दुबे के संदर्भ में था।
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संगोष्ठी : सहकारिता के क्षेत्र में बदलाव की जरूरत बतायी
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