इटारसी। श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर (Shri Navgrah Durga Mandir) लक्कडग़ंज में कोरोना महामारी के कारण सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर समिति ने सभी इंतजाम किए हैं। पार्थिव शिवलिंग एवं रूद्राभिषेक और पूजन के लिए मंदिर में सीमित संख्या में आने वाले भक्तजनों को अनिवार्य रूप से चेहरे पर मास्क (Mask) लगाना है सोशन डिस्टेंस का पालन करना है एवं मंदिर में प्रवेश के समय दोनों हाथों को सेनेटराइज करना है। इन नियमों का मंदिर समिति के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यों सहित कर्मकांडी ब्राम्हण, यजमान एवं भक्तगण पालन कर रहे है। भगवान भोलेनाथ के पार्थिव स्वरूप का निर्माण कर पूजन एवं रूद्राभिषेक किया। मुख्य आचार्य विनोद दुबे (Vinod Dubey)एवं आचार्य सत्येंद्र पांडे, पीयूष पांडे ने पूजन एवं रूद्राभिषेक कराया।
संबोधित करते हुए विनोद दुबे ने कहा कि सृष्टि में भगवान शिव की सत्य है। सुर और असुरों में जब समुद्र मंथन हुआ तो देवता अमृत ले गए लेकिन जहर भगवान शंकर ने पीया। श्री दुबे ने कहा कि कलयुग में भगवान शिव की पूजन सावन मास में करने पर अपना एक अलग महत्व है। सावन मास में भगवान शिव कैलाश पर्वत से निकलकर सृष्टि में विचरण करते है, और जो भक्त उनका श्रद्धा भाव से पूजन और अभिषेक करते है उनके वह हर मनोरथ पूरे करते हैं।
इटारसी में दुर्गा नवग्रह मंदिर (Shri Navgrah Durga Mandir में पूरे सावनमास भगवान शिव का पूजन एवं अभिषेक किया जाता है। अरब सागर एवं सात पवित्र नदियों के जल से भगवान का प्रतिदिन अभिषेक होता है तथा श्मशान की मिट्टी से पार्थिव शिवलिंग तैयार किया जाता है उन्होंने कहा कि कोई भी श्रद्धालु आकर भगवान शिव का अभिषेक कर सकता है इसमें किसी प्रकार का कोई बंधन नहीं है। मुख्य आचार्य विनोद दुबे ने पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर विधि विधान से भगवान शिव का पूजन एवं अभिषेक कराया।
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हाथों को सेनेटराइज के बाद ही मंदिर (Shri Navgrah Durga Mandir) में प्रवेश

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