इटारसी। बहु कितनी भी खराब हो, लेकिन सास को हमेशा उसे बेटी की तरह और बहु सास को मां जैसा दुलार करना चाहिए। दोनों के भले ही पड़ोसियों से कितने भी अच्छे संबंध हो, आखिरकार में सास बहु आपस में सहारा बनेंगी। यदि आप सक्षम हैं तो हमेशा अपने आसपास जरूरतमंद परिवारों की मदद के लिए हाथ बढ़ाएं, आपके बीच काम करने वाले ड्राइवर, नौकर जैसे कई लोग रहते हैं, कभी हमने उनकी बेटियों के हाथ पीले करने में मदद नहीं की होगी, इसमें जरूर भागीदार बनें, यही सच्चा पुण्य है।
यह बात सीहोर के प्रसिद्ध कथाकार संत पं. प्रदीप मिश्रा ने पुरानी इटारसी त्रिशला नंदन गार्डन में आयोजित समारोह में कही। भगवान शिव द्वारा अपने गण नंदी विवाह का प्रसंग सुनाते हुए मिश्रा ने कहा कि अपने तुच्छ गण का विवाह भी भगवान शिव ने कराया था, यह भावना हमें रखना होगी। समाज का जो भी व्यक्ति पिछड़ा है, मुसीबत के वक्त उसकी मदद जरूर करें। पं. मिश्रा भक्त मंडल द्वारा आयोजित समारोह में पधारे मिश्रा ने कहा कि शुक्ला परिवार एवं सर्व ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम में मुझे बुलाया गया, लेकिन पुरानी इटारसी से तो मेरा पुराना नाता है, गांवों में आज भी मान्यता है कि जिस परिवार की बेटी जिस गांव-मोहल्ले में ब्याही जाती है, उस पूरे गांव से मायके का रिश्ता हो जाता है, पुरानी इटारसी में मेरी बहन ब्याही है, इसलिए यहां की सभी महिलाएं मेरी जीजी हुईं। मिश्रा के यह उद्गार सुनकर खचाखच भरी भीड़ में तालियां बज उठीं। प्रारंभ में नौ कन्याओं का पं. मिश्रा ने स्वागत किया। मां के बेटे जागरण समिति संचालक आलोक शुक्ला, वीणा ठाकुर ने भजनों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने अपने स्वागत संबोधन में इस भव्य आयोजन पर समिति को बधाई दी। कार्यक्रम का आयोजन पं. मिश्रा भक्त मंडल, शक्ति महिला मंडल द्वारा किया गया था। आसपास के ग्रामीण अंचलों से भी हजारों श्रद्धालु कथा का रसपान करने पहुंचे।