कलेक्टर मंत्री की संतानों को नहीं गरीबों को मिले आरक्षण

Post by: Rohit Nage

करणी सेना के प्रांताध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर ने मीडिया से कहा

8 जनवरी को भोपाल में होने वाले जनांदोलन की जानकारी दी

इटारसी। करणी सेना के प्रांताध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर ने कहा है कि आरक्षण का आधार आर्थिक होना चाहिए। जो गरीब हैं, उन्हें आगे लाने के लिए आर्थिक आधार पर आरक्षण होना चाहिए। कलेक्टर, विधायक, सांसद, केबिनेट मंत्री की संतानों को आरक्षण की आवश्यकता नहीं है, बल्कि किसी गरीबों को आरक्षण की जरूरत है। किसी भी जाति, वर्ग, धर्म के गरीब को आरक्षण मिलना चाहिए जो शोषित, पीडि़त और वंचित हो। गरीबी जाति, धर्म, वर्ग नहीं देखती है। गरीब तो गरीब होता है। जिन्होंने आरक्षण का लाभ ले लिया है, उन्हें बाहर किया जाए जिन्होंने नहीं लिया उन्हें आरक्षण दिया जाए।
करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर ने यहां श्री प्रेमशंकर दुबे स्मृति पत्रकार भवन में आज सुबह मीडियाकर्मियों से चर्चा कर रहे थे। वे यहां करणी सेना परिवार समस्त राजपूत संगठन व सर्व समाज के तत्वावधान में आयोजित जन आंदोलन के तहत आए थे। यहां इटारसी में उनका स्वागत हुआ।
इस दौरान प्रदेश सचिव अजीत सिंह, नर्मदापुरम संभाग अध्यक्ष नितेश सिंह राजपूत, संभागीय संगठन मंत्री मोती सिंह राजपूत, संभागीय मीडिया प्रभारी परेश सिंह सिकरवार, संभागीय प्रवक्ता लल्लन सिंह राजपूत, संभागीय उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह राजपूत, संभागीय उपाध्यक्ष धर्मेश सोलंकी, जिला प्रभारी शशांक गोल्डी बैस, जिला अध्यक्ष विकास सिंह पवार, जिला संगठन मंत्री सचिन सिंह राजपूत, इटारसी नगर अध्यक्ष राम राजपूत, जिला सचिव अजय सिंह राजपूत, तहसील मीडिया प्रभारी कार्तिकेय चौहान, तहसील अध्यक्ष विक्रम सिंह राजपूत मौजूद थे।
करनी सेना परिवार समस्त राजपूत संगठन व सर्व समाज के तत्वायवधान में एक जन आंदोलन का आयोजन किया जा रहा है। इस आंदोलन का समापन 8 जनवरी 2023 को जम्बूरी मैदान भोपाल में आयोजित कार्यक्रम के बाद किया जाएगा। इस आंदोलन के तहत पद यात्रा के साथ जन जागरूता की जा रही है।
यह जन आंदोलन आर्थिक आधार पर आरक्षण, एट्रोसिटी एक्ट में बदलाव और स्वाकमीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू किया जाने सहित 21 सूत्री मांगों को लेकर किया जा रहा है। यह सभी मांगें भी शासन के समक्ष रखी गई हैं।
जीवन सिंह ने कहा कि दूसरा एट्रोसिटी एक्ट पर फिर से विचार किया जाए। इस एक्ट के तहत दर्ज होने वाले अपराधों में पहले जांच की जाए और जांच के बाद ही मामला दर्ज किया जाए, क्योंकि इसका उपयोग एक हथियार के रूप में किया जा रहा है और झूठे मामलों में लोगों को फंसाया जा रहा है। कुछ लोग तो इसलिए भी इस एक्ट के तहत अपराध दर्ज करा देते हैं कि शासन उन्हें पैसे देता है। इससे कई लोग परेशान हो रहे हैं।
यह राजनीतिक आंदोलन नहीं है, इसमें हर जाति धर्म का व्यक्ति शामिल हो सकता है। जीवन सिंह ने कहा कि जो हमारी बात मानेगा उनका सीना ठोककर समर्थन करेंगे और जो नहीं मानेगा उसका विरोध करेंगे, चाहे वो कोई सी भी पार्टी हो। यदि पार्टियां हमारी बात नहीं सुनती है, तो हमारी विचारधारा से सहमति जताने वाले सामान्य, एससी-एसटी और पिछड़ा वर्ग के लोगों को साथ लेकर चुनाव मैदान में उतरेंगे।

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