इटारसी। शासकीय एमजीएम कालेज (Government MGM College) में बीज प्रमाणीकरण जैविक खेती एवं बागवानी विधियां कार्यशाला के आठवें दिन डॉ. पंकज मिश्रा प्राध्यापक एमएटी विश्वविद्यालय, ग्वालियर ने बायो सेन्सर-ए मल्टी डिसेप्लीनेरी अपरोच विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न प्रकार के कीटनाशक, छिड़काव का सही तरीका, सुरक्षात्मक उपकरण के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने नैनो तकनीक, बायो तकनीक से संबंधित वैज्ञानिक तरीकों को प्रायोगात्मक तरीके से बताया।
कार्यशाला के द्वितीय सत्र में रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के डॉ. पवन शर्मा ने रिमोट सेन्सीग तकनीक का कृषि में उपयोग, अंतरिक्ष विज्ञान का आधारभूत सिद्धांत, रिमोट सेन्सीग के प्रकार, इसरो और नासा की चुनौतिया सेन्सर के कार्यात्मक सिद्धांत के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने बताया कि रिमोट सेन्सीग जीआईएस एवं जीपीएस का प्रयोग मृदा मापन, पौधों की मानीटरिंग, उत्पादन मापन आदि में आसानी से कर सकते हैं।
सत्र के अंत में प्राचार्य डॉ. राकेश मेहता ने बताया कि रिमोट सेन्सीग तकनीक वर्तमान समय में बागवानी अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण है, इससे बहुत ही सूक्ष्म स्तर पर पौधों के सभी आयामों का अध्ययन कर सकते हैं। संचालन डॉ. दिनेश कुमार ने किया।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. बस्सा सत्यानारायना, डॉ. सौरभ पगारे, अंकिता पांडे, दीक्षा पटैल, ज्योति चौहान, रीना उइके, डॉ. मीनू शर्मा का सहयोग रहा। इस अवसर पर डॉ. ओपी शर्मा, डॉ. रश्मि तिवारी, डॉ. बालगोविन्द शुक्ला, डॉ. मनीष चौरे, श्रीमती मीरा यादव, डॉ. संतोष अहिरवार, डॉ. वरूण दुबे एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राऐं उपस्थि रहे।