पचमढ़ी महादेव मेला, तिलक सिंदूर और नर्मदापुरम में महाशिवरात्रि महोत्सव
नर्मदापुरम। जिले में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आयोजित पचमढी महादेव मेला, तिलक सिंदूर मेला तथा नर्मदापुरम में आयोजित महोत्सव के अवसर पर जिला प्रशासन ने व्यापक व्यवस्थाएं की।
महाशिवरात्रि पर्व पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन हुआ। महाराष्ट्र प्रांत से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना पचमढ़ी और नर्मदापुरम में जारी रहा। जहां पर नर्मदापुरम कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरूकरन सिंह व्यवस्थाओं का निरंतर जाएजा लेते रहे। सेक्टर मजिस्ट्रेट तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अलग-अलग स्थानों पर पहुंच कर व्यवस्थाएं बनाई।
पचमढ़ी के चौरागढ़, बड़ा महादेव भूरा भगत, नांदिया, गुप्त महादेव, जटाशंकर आदि स्थानों पर सुबह से शाम तक तांता लगा रहा। श्रद्धालु दर्शन को उमढ़ते रहे। मेले में सभी व्यवस्थाएं पूर्व से ही चाक चौबंद की गई थी। कदम कदम पर पुलिस बल तैनात किया था। यहां श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का रखा गया ध्यान।
प्रशासन द्वारा मेला स्थल तथा समारोह स्थलों पर श्रद्धालुओं की सुविधओं का विशेष ध्यान रखा जिसमें नि:शुल्क पेयजल, स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक दवाएं, मेला क्षेत्र में बिजली एवं साफ-सफाई के अलावा श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए टेंट आदि की व्यवस्था प्रशासन ने पूर्व से ही की थी। मेला क्षेत्र में विभिन्न स्थान चिन्हित किए गए थे। जिनमें प्रशासन ने विभिन्न स्थानों पर सहायता केंद्र स्थापित किए।
महादेव मेला समिति के सरंक्षक एवं जिले के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देशानुसार महादेव मेला क्षेत्र यात्रियों, श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों के लिए व्यापक प्रबंध किए गए। वाहनों के आवागमन में दिक्कत न हो इसे ध्यान में रखते हुए, पचमढ़ी, तिलक सिंदूर, तथा नर्मदापुरम में अनेक स्थनों पर पार्किंग की व्यवस्था की है। जिससे दर्शनीय स्थलों पर आवागमन सुचारू रह सके।
धार्मिक नगरी पचमढ़ी में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है, इसी कारण यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। तिलक सिंदूर में भी एक दिन पूर्व से श्रद्धाुलओं का तांता लगा हुआ। वहीं नर्मदापुरम में महाशिवरात्रि के अवसर पर काले महादेव से पालकी यात्रा निकाली गई। जो शहर के प्रमुख मार्ग से होते हुए सतरस्ता आकर वापस काले महादेव मंदिर पहुंची। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस बल तैनात रहा। सभी जगह पर शांति पूर्वक व्यवस्थाएं रही।