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पटवारियों ने किया उन्नति एप का विरोध, ज्ञापन दिया

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इटारसी। मध्यप्रदेश पटवारी संघ तहसील शाखा इटारसी ने उन्नति मोबाइल एप का विरोध और पटवारियों की अन्य समस्याओं से संबंधी एक ज्ञापन आज नायब तहसीलदार विनयप्रकाश ठाकुर को दिया।

पटवारियों का कहना है कि जिले के अंतर्गत उन्नति मोबाइल एप के माध्यम से पुन: सैटेलाईट आधारित खसरा में फसल सत्यापन का कार्य करने हेतु निर्देशित किया जा रहा है जिसमें कई समस्याएं हैं। बता दें कि नेटवर्क एवं विभिन्न मैदानी समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए पूर्व से ही लगातार पटवारियों द्वारा जियो टैग गिरदावरी का विरोध किया जा रहा है। इस संबंध में पूर्व में ज्ञापन भी दिया गया है। पटवारियों ने पूर्व में स्वयं के द्वारा समयसीमा में गिरदावरी कार्य कर लिया है।

अब स्वयं के द्वारा की गई गिरदावरी का सत्यापन पटवारी द्वारा ही कराया जा रहा है जो औचित्य हीन है। वर्तमान में अधिकांश फसले कट चुकी है एवं मौके पर खाली खेत में फसल का सत्यापन किया जाना संभव नहीं है। उक्त उन्नति एम भी अन्य मोबाईल एप की भांति मोबाईल बेस्ड है। वर्तमान में मोबाईल के अभाव में उक्त मोबाईल मे एप से कार्य किया जाना संभव नहीं है। इसके अतिरिक्त जिले में स्वामित्व योजना के अंतर्गत आबादी सर्वे का कार्य भी वर्तमान में प्रक्रियाधीन है।

निम्न समस्याएं बतायीं

योजना के अंतर्गत ड्रोन सर्वे के बाद प्राप्त नक्शों में कई त्रुटियां आ रही है जिसके कारण आबादी सर्वे का कार्य पूर्ण शुद्धता से किया जाना संभव नहीं है। उक्त समस्याओं से अवगत कराए जाने पर पटवारियों को स्वयं के व्यय पर सर्वे ऑफ इंडिया के कार्यालय में भोपाल / जबलपुर जाने के लिए बाध्य किया जा रहा है जिससे पटवारियों के धन एवं समय की हानिहो रही है। अत: उक्त संबंध में निवेदन है कि जिला मुख्यालय स्तर पर सर्वे ऑफ इण्डिया के जिम्मेदार सदस्यों को नियुक्त किया जाये जिससे पटवारियों की नक्शे संबंधी समस्या का जिला स्तर पर ही एवं कम समय में निराकरण हो सके एवं आबादी सर्वे का कार्य पूर्ण किया जा सके।

पूर्व में जब भी अधिकार अभिलेख बनाए तब उसकी टीम अलग होती थी और उनके पास केवल अधिकार अभिलेख बनाए जाने का ही कार्य रहता था। किंतु वर्तमान में पटवारियों के पास हजारों कार्य और योजनाओं के साथ बिना मैदानी प्रशिक्षण और संसाधन के अधिकार अभिलेख बनाने हेतु कहा जा रहा है जिसके कारण बिना प्रशिक्षण और अन्य कार्यों के दबाव के चलते रिकार्ड गलत व अशुद्ध त्रुटिपूर्ण बनने की पूरी संभावना है जिसकी जवाबदारी पटवारियों की नहीं होगी।

सर्वे ऑफ इण्डिया ने जो नक्शे दिए हैं वह 1/500 पर दिए हैं जबकि पटवारियों की वर्तमान शीट 1/3960 की है। पटवारी तकनीकी प्रशिक्षित व्यक्ति नहीं है और न ही पटवारी का पद तकनीकी है जो इन मापों के अनुसार शीट बनाकर ग्राउंड टूथिंग कर सके जिसके लिए 1/500 का नक्शा ट्रेस कराने के लिए पटवारियों को हजारों रूपयों का खर्च करना पड़ रहा है जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है।

अत: स्वामित्व योजना में त्रुटि रहित सही अभिलेख निर्माण हेतु निवेदन है कि विधिवत फील्ड पर प्रशिक्षण दिलाया जाए जिले की तकनीकी टीम को पटवारियों के साथ फील्ड पर ग्राउंड टूथिंग के लिए नियुक्त किया जाए। आबादी की सीमा निर्धारित करने हेतु जिले में सीमांकन दल गठित कर सीमाएं निर्धारित कराई जाए। पटवारियों को सर्वे के दौरान अन्य समस्त कार्यों से पृथक रखा जाए ताकि अधिकार अभिलेख त्रुटिरहित व शुद्ध बन सके। क्योंकि पटवारियों का कार्य पूर्व से ही सीमांकन का न होने के कारण अधिकांश पटवारियों को सीमांकन नहीं आता है। जिसके कारण फील्ड पर आबादी की सीमा निर्धारण में कठिनाई हो रही है।

Rohit Nage

Rohit Nage has 30 years' experience in the field of journalism. He has vast experience of writing articles, news story, sports news, political news.

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