इटारसी। रेलवे द्वारा डीजल शेड से संतोषी माता मंदिर तक 3.50 करोड़ रुपये की लागत से किए जा रहे डामरीकरण कार्य की शिकायत के बाद आज बुधवार को एक जांच दल इटारसी आया। रेलवे ने जेडआरयूसीसी सदस्य राजा तिवारी की शिकायत पर डीईएन साउथ भोपाल अभिषेक मिश्रा को जांच के लिए भेजा।
जांचकर्ता मिश्रा ने आईओडब्लयू एमके अग्रवाल समेत अन्य अधिकारियों के साथ सड़क निर्माण के लिए अलग-अलग लोकेशन पर जांच की। जांच के बाद मिश्रा ने क्लीनचिट देते हुए कहा कि सड़क निर्माण में बेहतर गुणवत्ता का डामर, मशीनों का उपयोग एवं तापमान नियंत्रण किया जा रहा है। सड़क के दोनों तरफ सोल्डर बनाने के काम में लापरवाही को मिश्रा ने सही माना, उन्हें बताया कि सड़क के आसपास की मिट्टी खोदकर ही डाली जा रही है, मिश्रा ने कहा यह गलत है, ऐसा नहीं होगा। ठेकेदार को कहा है कि सड़क के साथ ही मुरम डालकर पानी की सिंचाई कर लेन बनाई जाए, जिससे भारी वाहन निकलने पर सड़क को नुकसान न हो।
मिश्रा ने कहा कि इस मार्ग पर चौबीस घंटे ट्रैफिक का दबाव रहता है, इस वजह से डामर बिछाने के साथ ही लोग वाहन निकालना शुरू कर देते हैं, जबकि डामर बिछाने के बाद उसके सूखने और तापमान सामान्य होने तक वाहन नहीं निकलना चाहिए, अधिकारियों को कहा है कि आरपीएफ से स्टापर लेकर मार्ग पर लगाएं, जिस एरिए में काम चल रहा है, वहां वाहनों की आवाजाही बंद की जाए, तभी सड़क बेहतर बन पाएगी। मिश्रा ने बताया कि शिकायत से पूर्व भी एक बार निरीक्षण किया गया है, काम बेहतर ढंग से हो रहा है, कुछ नियमों का पालन नहीं हो रहा था, उसमें सुधार के निर्देश दिए हैं।