इटारसी। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के सामने कोई चुनौती नहीं है, हमें प्रदेश में सरकार बनाना है, हमारा कार्यकर्ता एकजुट है। हमें बाहर से भी किसी की जरूरत नहीं है, जनसैलाब कांग्रेस के साथ है, यह ग्वालियर और जबलपुर की प्रियंका गांधी की रैली ने साबित कर दिया है। ऐसा जनसैलाब मैंने या तो श्रीमती इंदिरा गांधी के लिए देखा था या फिर राजीव गांधी के लिए। यह बात मैंने स्वयं भी ग्वालियर में कल प्रियंका गांधी को कही है।
यह बात राज्यसभा सांसद और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक कृष्ण तन्खा ने यहां होटल एक्सप्रेस इलेवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। इस अवसर पर पूर्व मंत्री विजय दुबे काकूभाई, अधिवक्ता रमेश के साहू, शिवाकांत गुड्डन पांडेय भी उपस्थित रहे। उनके स्वयं के नर्मदापुरम में राजनीतिक संभावना के सवाल पर कहा कि उनको इसकी जरूरत नहीं है, देश में उनको सम्मान और उच्च स्थान मिला है। वे यहां केवल अपने मित्रों से मिलने के लिए आए हैं, वे करीब दस वर्ष के बाद इटारसी आये हैं। यहां सबसे मुलाकात हुई, यहां आकर अपनापन लगता है, बहुत लोगों से संबंध हैं, आज भी कई कार्यक्रमों में गया, बहुत लोगों से मिला हूं, प्रफुल्लित हूं। श्री तन्खा ने कहा कि भाजपा विफल हो गयी है, उन्होंने काम से ज्यादा प्रचार में भरोसा किया। ये करोड़ों रुपए प्रचार की जगह शिक्षा और जनहित के लिए खर्च होते तो बेहतर होता। व्यापमं में बच्चे और उनके पालक परेशान हो गये, पुलिस से बचने के लिए भागना पड़ा था, इसलिए छात्र अब क्रोधित होकर सड़कों पर हैं।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में माल खाने की नहीं बल्कि देने की जरूरत होती है। त्याग और तपस्या के लिए राजनीति होना चाहिए, ऐसा मेरा मानना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता अब बदलाव चाहती है। यूसीसी पर कहा, अभी ड्राफ्ट ही तैयार नहीं है, उस पर क्या प्रतिक्रिया दें। मणिपुर की घटना पर बोले, इससे बुरा कुछ नहीं। हम विश्व के सामने शर्मशार हो गये हैं। प्रशासन संवेदनशील होता तो त्वरित कार्रवाई करता। प्रधानमंत्री संसद में इस पर बोलने के तैयार नहीं, इससे बुरा क्या हो सकता है, संसद के बाहर थोड़ा सा बोले, संसद में बोलने से बच रहे हैं। जो काम पार्लियामेंट को करना चाहिए, कोर्ट को करना पड़ रहा है। एक प्रश्र के जवाब में कहा, हम सरकार में आने पर पुरानी पेंशन योजना लागू करेंगे, अपने कर्मचारी साथियों को ऐसे असहाय नहीं छोड़ेंगे।