स्थानीय प्रशासन पर भारी पड़ रहा दुकानदार, क्या जिला प्रशासन करेगा मामले में कार्रवाई

Post by: Rohit Nage

इटारसी। शहर का एक रेडिमेड कपड़े (Readymade Clothes) का दुकानदार (Shopkeepers) वर्षों से स्थानीय प्रशासन पर भारी पड़ रहा है। इस दुकानदार की मनमानी को रोकने नगर पालिका (Municipality) के किसी अधिकारी ने हिम्मत नहीं दिखायी, किसी ने कोई प्रयास किया तो वह उसमें सफल नहीं हो सका और आज भी इस दुकानदार की मनमानी जारी है। सवाल यह है कि क्या जिला प्रशासन मामले को संज्ञान में लेकर कोई कार्रवाई करेगा, या उक्त दुकानदार की मनमानी यूं ही चलती रहेगी।

बिना किसी डर के इसने नगर पालिका की दुकान में बदलाव कर लिये हैं और वर्षों से कई अधिकारी, जनप्रतिनिधि आये, किसी ने दुकान निरस्त करने जैसी हिम्मत नहीं दिखाई है। अब व्यापारी स्वयं इस दुकानदार की मनमानी से त्रस्त हो गये और मुख्य नगर पालिका अधिकारी को पत्र देकर नगर पालिका परिषद (Municipal Council) की किरायदारी वाली दुकान में तोडफ़ोड़ करने और स्वरूप में परिवर्तन करने का विरोध कर शिकायत दर्ज करायी है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में कुछ एसडीएम (SDM) और कुछ सीएमओ (CMO) मीनाक्षी ड्रेसेस (Meenakshi Dresses) के संचालक द्वारा स्थानीय फल बाजार स्थित नगर पालिका परिषद की किराएदारी वाली दुकान में तोड़-फोड़ तथा स्वरूप में परिवर्तन किए जाने की शिकायत पर बिना अनुमति बनाये हिस्से को गिरा चुके हैं, लेकिन इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं कर पाये। कुछ दिनों बाद व्यापारी पुन: निर्माण और अपने अनुसार दुकान में बदलाव कर लेता है।

अब फल बाजार इटारसी स्थित दुकानदारों ने सीएमओ को शिकायत की है। दुकानदारों की शिकायत है कि वे शासन द्वारा निर्धारित मापदण्डों, नियमों का पालन करते हुए अपना व्यवसाय करते चले आ रहे हैं। बाजार में मीनाक्षी ड्रेसेस के नाम से नगर पालिका परिषद इटारसी के स्वामित्व की एक दो मंजिला दुकान जिसे दुकानदार ओमप्रकाश गगलानी द्वारा अपनी स्वयं की इच्छा से तोड़-फोड़ कर अंदर ही अंदर निर्धारित लेंटर तोड़कर उक्त दुकान को चार मंजिला बना लिया है। चूंकि जब दुकानों का निर्माण हुआ था, तब एक जैसा लेंटर डाला गया था, जिससे उस जाल में अन्य दुकानों का लेंटर भी बंधा हुआ था, किसी भी प्रकार का कोई जीना दुकान के अंदर से नहीं दिया गया था।

उक्त दुकानदार ने दुकानों के स्वरूप में तोड़-फोड़ कर परिवर्तन किया है, जिससे अन्य दुकानों के लेंटर की मजबूती में कमी होने से कंपन जैसी स्थिति हर हमेश बनी रहती है। दुकानों के सामने से कोई भारी वाहन अथवा आतिशबाजी या डीजे वगैरह निकलता है, तो दुकानों में कंपन महसूस होती है, क्योंकि दुकानों का जो जाल लोहे का बंधा हुआ था, उसके बीम में तोड़-फोड़ की गयी है, जिस कारण उक्त स्थिति निर्मित हुई है। पूर्व में भी संबंधित को अवगत कराया गया था, लेकिन इस ओर कोई कार्यवाही नहीं की गयी, जिस कारण उक्त दुकानदार का हौसला विधि विरुद्ध होने के बावजूद बुलंदियों पर है। दुकानदारों की मांग है कि संबंधित की किराएदारी अविलंब निरस्त की जाकर दुकान को पूर्व के स्वरूप में बनाया जाए अन्यथा भविष्य में किसी दुर्घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

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