इटारसी। जीवन में भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाएं व्यवहारिक ज्ञान प्रदान करती हैं। उक्त उद्गार भागवत कथा वाचक जगदीश पांडेय ने श्रीमद् भागवत कथा समारोह के पांचवे दिन व्यक्त किये।
सामाजिक कार्यकर्ता स्व शांति बाई यादव की स्मृति में ग्राम ढाबाकलॉ में आयोजित कथा में श्रोताओं को कृष्ण की बाल लीलाओं का संगीतमय रसपान श्रोताओं को कराते हुए कहा कि वैसे तो परमात्मा श्री कृष्ण का जीवन ही कर्मयोगी के स्वरूप में रहा है लेकिन कुछ उनकी ऐसी लीलाएं हैं जो मानव जीवन को शिक्षाप्रद ज्ञान प्रदान करती हैं। इन्हीं में से एक बाल लीला भी है जिसके माध्यम से श्री कृष्ण ने वृंदावन वासियों को व्यवहारिक ज्ञान प्रदान करने के साथ ही अपने अधिकारों के प्रति सजग किया। कथा के प्रारंभ में आयोजन समिति के संयोजक आनंद यादव ने श्री पाण्डेय का स्वागत किया। भागवत कथा के छटे दिवस में सोमवार को श्री कृष्ण रुकमणी विवाह समारोह आयोजित किया जाएगा।