नहर किनारे बिहारी कालोनी में नहीं हैं मूलभूत सुविधाएं, जनसुनवाई में पीड़ा सुनाई

Post by: Rohit Nage

There are no basic facilities in Bihari Colony along the canal, pain was heard in the public hearing.
  • – ग्राम पंचायत पथरोटा ने फंड की कमी बताकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ा
  • – सड़क नहीं होने से बच्चे न स्कूल जा पाते हैं और ना ही आंगनवाड़ी
  • जनसुनवाई में एसडीएम के पास अपनी पीड़ा लेकर पहुंचे कालोनीवासी

इटारसी। ग्राम पंचायत पथरोटा के अंतर्गत मुख्य नहर किनारे स्थित बिहारी कालोनी के निवासियों को विगत कई वर्षों से मूलभूत सुविधा के लिए पंचायत की उपेक्षा झेलनी पड़ रही है। यहां न तो सड़कें हैं और ना ही निकास के लिए नालियां। बच्चों को बारिश में स्कूल और आंगनवाड़ी जाने में परेशानी होती है।

विगत तीन वर्ष से लगातार ग्राम पंचायत से मांग के बाद मायूस होकर बिहारी कालोनी के निवासी आज जनसुनवाई में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के कार्यालय में पहुंचे और आवेदन देकर अपनी पीड़ा सुनाई। बिहारीकालोनी के निवासियों ने बड़ी संख्या में एसडीएम आफिस जाकर कालोनी में सड़क, नाली जैसी मूलभूत सुविधा दिलाने के लिए जन सुनवाई में आवेदन दिया। इस दौरान एसडीएम टी प्रतीक राव से मुलाकात नहीं होने पर उनका इंतजार किया। वे टीएल बैठक में जिला मुख्यालय नर्मदापुरम गये थे। उनके आने के बाद सभी ने उनको अपनी पीड़ा सुनाई और सुविधाएं दिलाने की मांग की।

मेहनतकश लोग रहते हैं

बिहारी कालोनी ग्राम पंचायत पथरोटा का वार्ड 1 है और यहां ज्यादातर मजदूरी करने वाले लोग रहते हैं। दिहाड़ी पर जाने के कारण अपनी समस्याओं के लिए बार-बार प्रशासन के पास जाने का वक्त नहीं मिलता है तो ये अभावों में ही गुजर-बसर करते और समस्याओं से जूझते जिंदगी काट रहे हैं। पीड़ा बढऩे पर ये ग्राम पंचायत से मांग करते हैं तो पंचायत से जवाब मिलता है कि फंड नहीं है, काम नहीं कराया जा सकता है। विगत पांच वर्ष से लगातार बिहारी कालोनी के लोग अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन वार्ड में सड़क और नाली की योजना ग्राम पंचायत नहीं बना सकी है।

बच्चे 1 किमी दूर स्कूल जाते

कालोनी के बच्चे एक किलोमीटर दूर मुश्किल भरा रास्ता तय करके शासकीय प्राथमिक शाला में जाते हैं। जून और जुलाई में इस मार्ग पर गंदा पानी, कीचड़, बड़े-बड़े गड्ढे होने से यह मार्ग लगभग बंद हो जाता है, या फिर मुश्किलों से पार होता है। तीन वर्ष से कालोनी के लोग नहर किनारे सीमेंट या मुरम-गिट्टी की रोड बनाने की मांग कर रहे हैं, निजी तौर पर और ग्राम सभा में कई बार आवाज उठायी गयी, उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। किराये के मकान में संचालित वार्ड की आंगनवाड़ी में 43 बच्चे दर्ज हैं और वे भी नहर के निचले हिस्से में होने से परेशानी भरे रास्ते से पहुंचते हैं, नयी आबादी क्षेत्र में कच्चे रास्ते, फिसलन और गड्ढे होने से रहवासी परेशान रहते हैं।

फंड नहीं होने का मिलता जवाब

इस वार्ड की सदस्य श्रीमती मीना ठाकुर ने जब ग्राम पंचायत में मांग करती हैं तो उनको फंड नहीं होने का जवाब मिलता है। वार्ड के निवासियों ने आज एसडीएम के समक्ष पहुंचकर अपनी पीड़ा बतायी और मांग की है कि यदि ग्राम पंचायत के पास फंड नहीं है तो वार्ड के लोगों की समस्या का समाधान जनपद पंचायत या जिला पंचायत स्तर से कराया जाए। ग्रामीणों की इस समस्या को लेकर एसडीएम ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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