इटारसी। रेलवे के एक सफाई ठेकेदार से 75 हजार रुपए की रिश्वत लेते सीबीआई ने एक हेल्थ इंस्पेक्टर को पकड़ा है। हेल्थ इंस्पेक्टर सफाई ठेकेदार से 9.25 लाख का बिल पास कराने एक लाख रुपए की मांग कर रहा था, लेकिन सौदा 75 हजार में तय होने के बाद सफाई ठेकेदार ने सीबीआई को इसकी जानकारी दी। सीबीआई ने योजनाबद्ध तरीके से आज हेल्थ इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते पकड़ लिया।
रिश्वत की यह रकम रेलवे स्टेशन के सामने स्थित एक मंदिर के बाहर लेना तय हुआ था। ठेकेदार योगेश साहू ने इसकी शिकायत सीबीआई से कर दी। सीबीआई ने योजनाबद्ध तरीके से इस कार्यवाही को अंजाम दिया है। इटारसी जंक्शन पर पदस्थ हेल्थ इंस्पेक्टर हरिमोहन मीणा को सफाई ठेका पेटी कॉन्ट्रैक्ट पर लेने वाले ठेकेदार योगेश साहू से 9 लाख 25 हजार का बिल पास करने के लिए एक लाख की रिश्वत के लिए परेशान करना महंगा पड़ गया है। सीबीआई ने उसे रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। हेल्थ इंस्पेक्टर पर हुई इस कार्रवाई के बाद स्टेशन पर हड़कंप मच गया।
1 लाख की मांग की थी
ठेकेदार योगेश साहू के अनुसार उन्होंने अगस्त माह 2024 में यह काम लिया था और सितंबर महीने 2024 में ही बिल लगाया, परंतु बिलो में कोई न कोई कमी बता कर हेल्थ इंस्पेक्टर हरिमोहन मीणा रोड़ा अटका देता था और 1 लाख की रिश्वत मांग रहा था। पहले वे 1 लाख से कम नहीं लेने पर अड़े हुए थे बाद में 75000 की रिश्वत देना तय कर लिया। रिश्वत की यह 75000 की राशि रेलवे स्टेशन के सामने स्थित एक मंदिर के बाहर लिया जाना तय हुआ।
सीबीआई को दी जानकारी
हेल्थ इंस्पेक्टर हरिमोहन मीणा और ठेकेदार योगेश साहू के बीच जब 75 हजार रुपए बतौर रिश्वत की रकम देना तय हुआ और जिस जगह देना तय हुआ यह दोनों जानकारी ठेकेदार ने शिकायत के रूप में सीबीआई से कर दी। सीबीआई ने योजनाबद्ध तरीके से इस कार्यवाही को अंजाम दिया। रंगेहाथ पकडऩे के लिए अधिकारियों की टीम ने चिन्हित नोट सफाई ठेकेदार के एक व्यक्ति के हाथ में दिए। हेल्थ इंस्पेक्टर हरिमोहन मीणा ने अपने एक भरोसेमंद व्यक्ति को हनुमान मंदिर रकम लेने भेजा। उक्त व्यक्ति ने नोटों का बंडल ले जाकर जैसे ही हेल्थ इंस्पेक्टर हरिमोहन मीणा को उनके केबिन में लाकर दिया, पीछे से पहुंचे सीबीआई अफसरों ने उन्हें धरदबोचा। सूत्रों की माने तो इस कार्यवाही में एक अन्य व्यक्ति को भी आरोपी बनाया है। मामले में सीबीआई की टीम ने बात करने से इनकार कर दिया है।