इटारसी। कल राष्ट्रीय विज्ञान की दिवस (शुक्रवार, 28 फरवरी) की शाम खगोलविज्ञान की दृष्टि से बेहद खास है। इस शाम आकाश में सात ग्रहों की उपस्थति रहेगी। सोशल मीडिया में इसे ग्रहों की परेड का नाम दिया गया है।
ग्रहों की परेड का सही तथ्य बताया विज्ञान प्रसारक सारिका ने
इस संबंध में नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि सूर्यास्त के समय जब पश्चिम में सूर्य अस्त होता दिखेगा तब उसके साथ शनि (सेटर्न), बुध (मरकरी) और नेप्च्यून भी रहेगा। इनके कुछ ऊपर तेज चमक के साथ शुक्र (वीनस) होगा। आकाश में सिर के लगभग ऊपर सौरमंडल का सबसे बड़ा बृहस्पति (जुपिटर) और यूरेनस मौजूद रहेगा। जुपिटर के पूर्व में लाल ग्रह मंगल (मार्स) होगा। इस तरह आकाश में पूर्व से पश्चिम की ओर बढ़ने पर मंगल, बृहस्पति, यूरेनस, शुक्र, बुध, शनि और नेप्चयून मौजूद रहेंगे।
सारिका ने बताया कि इन सात ग्रहों में से आप अपनी खाली आंखों से सिर्फ मंगल, बृहस्पति और चमकते शुक्र को देख पायेंगे। बुध और शनि सूर्य की लालिमा में रहने के कारण आसानी से नहीं दिखेंगे। नेप्च्यून और यूरेनस को सिर्फ शक्तिशाली टेलिस्कोप से ही देखा जा सकेगा। इस तरह आपको सिर्फ तीन ग्रह ही आसानी से दिख पायेंगे।
सारिका ने बताया कि सोशल मीडिया में यह ग्रहों की कतार के रूप में बताया जाता है तो लगता है कि किसी रेलगाड़ी के डिब्बों की तरह सात ग्रह एक साथ एकत्र हो रहे होंगे लेकिन ऐसा नहीं है। ये ग्रह पूरे आकाश में पूर्व से पश्चिम की ओर बिखरे होंगे और इनमें से सिर्फ तीन ही आपको आसानी से दिखेंगे। इसके अलावा ये तीन ग्रह अचानक आज ही नहीं दिखने लगे, ये पिछले एक माह से इस प्रकार दिख रहे हैं।
नेशनल साइंस डे (राष्ट्रीय विज्ञान की दिवस शुक्रवार, 28 फरवरी) की शाम को करें मार्स, जुपिटर और वीनस ग्रह का दर्शन
यह घटना बहुत दुर्लभ नहीं है लेकिन सोशल मीडिया में इसे दुर्लभ घटना बताकर कुतुहल पैदा किया जा रहा है। यह घटना हर कुछ साल के अंतर पर होती रहती है। लेकिन इस बार शाम के आकाश में होने के कारण आप इसका आनदं अवश्य लें और मनायें राष्ट्रीय विज्ञान दिवस।
ग्रहों की परेड की पिछली घटनायें
- जनवरी 2016 – सूर्यादय के पहले चार ग्रह देखे जा सकते थे ।
- अगस्त 2022 – सूर्यादय के पहले चार ग्रह देखे जा सकते थे ।
- जुलाई 2022- सूर्यादय के पहले पांच ग्रह देखे जा सकते थे ।
ग्रहों की परेड की आगामी घटनायें
- अगस्त 2025 – सूर्यादय के पहले चार ग्रह देखे जा सकेंगे।
- अक्टूबर 2028- सूर्यादय के पहले पांच ग्रह देखे जा सकेंगे।
- फरवरी 2034 – सूर्यास्त के बाद पांच ग्रह देखे जा सकेंगे।