श्री विजयलक्ष्मी आईटीआई : भाजपा को वोट नहीं देने की शपथ का मामला

प्राचार्य ने कहा, यह सब एनएसयूआई के इशारे पर हुआ
इटारसी। गणतंत्र दिवस पर पुरानी इटारसी स्थित श्री विजयलक्ष्मी आईटीआई के छात्र-छात्राओं ने ऑन लाइन परीक्षा के विरोध में भाजपा को वोट नहीं देने की शपथ ली थी, उसके प्राचार्य ने खुद को इससे अलग करते हुए कहा है कि वे मौके पर मौजूद नहीं थे, वीडियो देखकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्राचार्य ने कहा कि यह सब एनएसयूआई की करतूत है, वे स्वयं भाजपा के समर्थक हैं। हालांकि शपथ दिलाने वाले की आवाज वीडियो में प्राचार्य केके तिवारी से काफी मिल रही है। मीडिया से बातचीत में तिवारी ने कहा कि वे स्वयं भाजपा समर्थक हैं और उनके संस्थान में कुछ छात्र एनएसयूआई से जुड़े हैं, और यह सारी करतूत उनकी ही है।
उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस के दिन झंडावंदन के बाद पुरानी इटारसी स्थित आईटीआई श्री विजय लक्ष्मी आईटीआई के भवन की छत पर छात्र-छात्राओं द्वारा एक शपथ ली गई थी जिसमें कहा गया था कि भाजपा सरकार जब तक ऑनलाइन परीक्षा बंद नहीं कर देती, न तो कोई भाजपा को वोट देगा और अपने आसपास, गांव में भी लोगों को ऐसी ही शपथ दिलायी जाएगी। शपथ दिलाने वाले का चेहरा सामने नहीं है, लेकिन आवाज से स्पष्ट है कि वह केके तिवारी की ही है। हालांकि वे इससे इनकार कर रहे हैं। आईटीआई के संचालक तरुण कुमार बेरा और मृदुला बेरा भोपाल निवासी हैं तथा प्राचार्य कृष्ण किशोर तिवारी भी भोपाल से ही आना जाना करते हैं।

नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार
श्री विजयलक्ष्मी आईटीआई के प्राचार्य कृष्णकिशोर तिवारी ने उनके यहां हुई इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकारी है। उन्होंने कहा कि प्राचार्य होने के नाते वे भी दोषी हैं, क्योंकि उनके यहां यह घटना हुई है। एक कुशल राजनीतिज्ञ की तरह वे हर सवाल का जवाब चतुराई से देते रहे। आत्मविश्वास इतना कि उनकी आवाज वीडियो में होने की बात को भी चतुराई ने इनकार कर गए। स्टाफ होने के बावजूद संस्थान में ऐसी घटना कैसे हो गई, सवाल के जवाब में बोले कि सोमवार को वे इसकी जांच कराएंगे और वीडियो में बच्चों की पहचान करने के बाद कार्रवाई करेंगे। जब उनको कहा कि स्वयं की गलती की सजा बच्चों को क्यों? उनके पास उत्तर नहीं था।

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