इस समाज में सब लोग अपना-अपना दायित्व जिम्मेदारी से समझकर ईमानदारी से निभा लें तो समाज का वही स्वर्णिम युग रहेगा। महिला और पुरुष दोनों की अपनी जिम्मेदारियां हैं। कभी पुरुष प्रधान समाज माना जाता था, आज महिलाएं बराबरी से हर क्षेत्र में आगे आ रही हैं। यह एक अच्छे समाज की पहचान भी है। यह मानना है, डॉ. आभा दुबे का। शासकीय अस्पताल में चिकित्सकीय सेवा देने वाली डॉ. आभा दुबे को अपने डाक्टरी पेशे के अलावा मैगजीन पढऩे का शौक है। चिकित्सा के क्षेत्र में रहकर सेवा करना ही उनके लिए जीवन की बड़ी उपलब्धि है। 29 नवंबर को जन्मी डॉ. आभा दुबे, ने एमबीबीएस के अलावा डिप्लोमा इन एनीस्थीसिया के बाद चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी सेवाएं देना प्रारंभ की है।
चिकित्सा के क्षेत्र में सेवा करना ही उद्देश्य : डॉ. आभा दुबे
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