इटारसी। देर से आये लेकिन दुरुस्त आए मानसून ने नदी-नालों का सूखा खत्म कर दिया है और जमीन की प्यास भी बुझा दी है। हालांकि अब भी इतनी बारिश नहीं हुई है, जितनी अपेक्षा है। बावजूद इसके लगातार चार दिनों से आसमान पर छाए बादल कुछ विश्राम के साथ लगातार बरस ही रहे हैं। बारिश से शहर के निचले क्षेत्र जलमग्न हो गये हैं और कई जगह जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है।
अपने निर्धारित समय से करीब एक पखवाड़ा देरी से आये मानसून से बीते चार दिनों से शहर में पानी-पानी हो गया है और लगातार बारिश से लोग अब पानी कुछ वक्त के लिए खुलने का इंतजार करने लगे हैं। 1 जून से 6 जुलाई तक जिले में महज 168 मिलीमीटर और इटारसी तहसील में महज 20 मिलीमीटर बारिश ही हुई है। लेकिन लगातार हो रही बारिश से निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। शुक्रवार और शनिवार को बारिश ने लगातार बरसकर जन जीवन प्रभावित किया है। शुक्रवार को सारा दिन, रात और शनिवार को दिन और रात में बरसकर नदी-नालों को उफान पर ला दिया है। शहर की नालियों में वर्षा पूर्व की गई सफाई की सच्चाई इस बारिश ने सामने लाकर रख दी है। दरअसल, शहर के भीतर की हर छोटी-बड़ी नाली में उफनकर पानी बह रहा था तो सड़कों पर भी आ रहा था। कई जगह तो सड़क और नाली का अंतर ही दिखाई नहीं दे रहा था। मेहरागांव और घाटली की पहाड़ी नदी, सोनासांवरी नदी में भरपूर पानी बह रहा था।
सड़कों पर दुकानों में पानी भरा
शहर के भीतर सड़कों और खाली मैदानों में भरे पानी ने नगर पालिका के इंजीनियर्स की बुद्धिमता पर भी सवाल खड़े कर दिये हैं। ऊंची-नीची रोड से होकर पानी मैदानों में तालाब की स्थिति बना रहा है तो कुछ सड़कों पर नदियां भी बह रही हैं। कुछ नालियों के किनारे पक्का अतिक्रमण होने से भी जल बहाव प्रभावित होकर जल जमाव की स्थिति बन रही है। गैरिज लाइन इसका उदाहरण है। दुकानदार दीपक धर ने कहा कि यहां बनी पक्की नाली पर लोगों ने पक्का अतिक्रमण कर लिया है, जिससे निकासी रुक गयी है और दुकान में पानी भर रहा है।
स्कूल, थाने में भी भरा पानी
ऐसा ही कुछ नजारा आबादी वाले हिस्सों में भी देखने को मिला है जहां बारिश का पानी निकास के अभाव में मकानों में घुस रहा था और निचले इलाके जलमग्न थे। ओवरब्रिज के तिराहे पर जलजमाव हो गया था तो शासकीय कन्या शाला सूरजगंज का मैदान तालाब में तब्दील हो गया था। जीआरपी थाने में भी पानी घुस गया था। दरअसल, रेलवे स्टेशन के सामने का हिस्सा ऊपर हो जाने से जीआरपी थाने में पानी बहकर आता है। दो दिन की बारिश में रिकार्ड रूम तक पानी पहुंच गया था और यहां स्टाफ को काम करने में परेशानी हो रही थी। एसआई एमएल पटेल ने पानी भरने के बाद स्टाफ की पीड़ा बयां की।
पिछले वर्ष से तीन गुना कम बारिश
विगत 1 जून से 6 जुलाई के मध्य इटारसी में अभी जितनी बारिश हुई है, वह पिछले वर्ष के मुकाबले तीन गुना कम है जबकि जिले के संदर्भ में देखें तो पिछले वर्ष के मुकाबले महज 2 मिलीमीटर वर्षा कम हुई है। अधीक्षक भू-अभिलेख कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष जिले में 1 जून से आज 6 जुलाई को प्रात: 8 बजे तक 168.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई है। जबकि इसी अवधि में गत वर्ष 170.4 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई थी। इस वर्ष इटारसी तहसील में 88.2 मिमी बारिश 1 जून से 6 जुलाई के मध्य हुई है जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 210.8 मिलीमीटर था। इटारसी में 6 जुलाई शुक्रवार को प्रात: 8 बजे चौबीस घंटे में 20 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है। तवा बांध की स्थिति देखें तो वर्तमान में तवा जलाशय का जल स्तर 1110.80 फीट है। जबकि इसकी अंतिम जलभराव क्षमता 1166 फीट है।