कोरोना के मरीज बढने के साथ ही बढ़ी चिंता, एक्शन मोड (Action mode) में प्रशासन

Post by: Manju Thakur

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कंटेन्मेंट का दौरा, फ्लैगमार्च (Flag march)निकाला
इटारसी। शहर में कोरोना संक्रमण का दूसरा दौर शुरु होने के बाद प्रशासन की नींद उड़ गयी। शहर के तीन क्षेत्र कंटेन्मेंट जोन (Containment zone) बन जाने के बाद नोडल अधिकारी मनोज सरियाम (Nodal officer Manoj Sariyam) ने आज स्थानीय अधिकारियों के साथ इन क्षेत्रों का दौरा किया। इन तीनों कंटेन्मेंट जोन में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगायी है, प्रशासन ने इन क्षेत्र के लोगों से कहा है कि वे घरों से बाहर न आएं और कंटेन्मेंट जोन से भी बाहर न निकलें। इस बीच फिर से बाजार का समय घटा दिया गया है। हालांकि जिन लोगों को होम कोरेन्टाइन किया है, उनके बाहर बेफिक्र घूमने की भी खबरें आ रही हैं।

flag march
शहर में पहले दौर में संक्रमण खत्म होने के बाद से न सिर्फ नागरिक, बल्कि प्रशासन भी बेफिक्र हो चला था। प्रशासन ने स्वयं लॉकडाउन में ढील के बाद अनलॉक के किसी दौर में बाजार में आकर सख्ती से जांच नहीं की। केवल औपचारिकताएं की हैं। बाजार में लाउड स्पीकर से सावधान रहने का अपील चलती रही, लेकिन न तो किसी ने उसे सुना और ना ही किसी ने उसकी परवाह की। बिना मास्क नब्बे फीसद लोग घूमते रहे, दुकानदार बिना मास्क, बिना फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन किये अपना काम करते रहे। बाजार में बेतहाशा भीड़ रही। लेकिन, अधिकारियों ने कभी इसका पालन कराने के सख्ती से प्रयास नहीं किये। अब चूंकि दूसरा दौर प्रारंभ हुआ तो अधिकारी दौरा भी कर रहे और बाजार में भी सख्ती दिखाई देने लगी।

नोडल अधिकारी मनोज सरियाम (Nodal officer Manoj Sariyam) पहुंचे इटारसी
शनिवार को जिला पंचायत सीईओ और कोरोना संक्रमण की रोकथाम अभियान के नोडल अधिकारी मनोज सरियाम (Nodal officer Manoj Sariyam) इटारसी पहुंचे और उन्होंने शहर के सभी कंटेन्मेंट जोन का दौरा किया। इस दौरान सीएमएचओ डॉ.सुधीर जैसानी (CMHO Dr. Sudhir Jesani), एसडीएम सतीश राय(SDM Itarsi Satish Rai), अस्पताल अधीक्षक डॉ. एके शिवानी (Dr. A.K.Shivani) भी उनके साथ रहे। शहर में 10 मामले सामने आ चुके हैं, सभी को यहां से भोपाल रेफर किया। दूसरे दौर में दर्जी मोहल्ला पुरानी इटारसी (Old Itarsi) निवासी ने कोरोना का मात दे दी है। एम्स हास्पिटल भोपाल से उनको डिस्चार्ज कर दिया है। यह शहर के लिए अच्छी खबर है।

रेलकर्मी (Railway Employee) भी भोपाल रेफर
पहले सूरजगंज (Surajganj) में मिले रिटायर्ड जीआरपी कर्मी के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद यहां इटारसी अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड(Isolation Ward) में भर्ती किया था। लेकिन हालत बिगडऩे पर उनको भोपाल रेफर किया। उनका पूरा परिवार पॉजिटिव हुआ तो उन्हें भी भोपाल भेजा। व्यंकटेश नगर (Vyankatesh Nagar) निवासी रेलवे ड्रायवर को भी चिरायु अस्पताल (chirayu hospital) भोपाल भेजा है। उक्त ड्रायवर की तबीयत काफी दिनों से खराब थी, रेलवे अस्पताल में उपचार चल रहा था। रेलवे के डॉक्टर्स ने उसे तब सरकारी अस्पताल रेफर किया जब उसकी हालत बिगड़ी जहां कोविड जांच (Covid Test) में वह पॉजिटिव पाया गया।

ट्रैवल हिस्ट्री (Travel history) छिपाने से परेशानी
नोडल अधिकारी और जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम (Nodal officer Manoj Sariyam)ने बताया कि जो लोग पॉजिटिव आये हैं, वे ट्रैवल हिस्ट्री (Travel history) छिपा रहे हैं, इससे काम करने में काफी परेशानी आ रही है। उन्होंने बताया कि अब हर संदिग्ध का सेंपल लेकर जांच की जा रही है। आगामी दिनों में सेंपलिंग कार्य में और तेजी लायी जाएगी। अब तक जो भी पॉजिटिव मिले हैं, बाहर से ही संक्रमित हुए हैं। श्री सरियाम (Nodal officer Manoj Sariyam) ने पहले अस्पताल में फीवर क्लीनिक(Fevar Clinic), ट्रू नॉट मशीन का निरीक्षण किया। अस्पताल के निजी वार्ड में बने आईसोलेशन केन्द्र (Isoletion Ward) देखा फिर वे कंटेन्मेंट जोन( Containment zone)का निरीक्षण करने रवाना हुए।

शाम को फ्लैग मार्च (Flag March)किया
प्रशासन ने शाम को शहर में फ्लैग मार्च निकाला। अब तक बेपरवाह हो चला प्रशासन भी कोरोना पॉजिटिव मिलने के साथ ही एक्शन मोड में आ गया है। बाजार में लोगों की बेफिक्री ने भी प्रशासन का सिरदर्द बढ़ाया है। कोरोना के साथ जीने को मजबूरी मानकर लोग व्यवहार तो करने लगे थे, लेकिन इसके साथ ही दिये गये सावधानी बरतने के निर्देश का कोई पालन नहीं हो रहा था। अब प्रशासन ने बाजार का समय भी बदल दिया है और शनिवार की शाम को पुलिस (police) थाने से फ्लैग मार्च निकाला जिसमें अधिकारी चार पहिया वाहनों में थे तो पुलिस कर्मी मोटरसायकिल पर निकले।

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