इटारसी। कोरोना (Corona)के बढ़ते संक्रमण के बीच इस बीमारी से मौत का आंकड़ा भी बढऩे लगा है। शनिवार को भोपाल (Bhopal)के चिरायु अस्तपाल ( Chirayu Astpal)में एक और मौत हो गयी। बीते लगभग एक पखवाड़े में दो मौत हो चुकी हैं। आज जो रिपोर्ट आयी हैं, उनमें पूरे जिले में 19 रिपोर्ट पॉजिटिव आयी हैं। इनमें पांच पॉजिटिव इटारसी के हैं। जो मौत हुई है, उस मरीज का जिले में ऐसा कोई रिकार्ड नहीं है। न तो यहां जांच हुई, ना रैफर किया। उस परिवार ने मरीज को सीधे भोपाल ले जाकर भर्ती किया और वहीं जांच भी हुई है। अत: यह भोपाल जिले के रिकार्ड में दर्ज होगा।
कोरोना के बढ़ते प्रकरणों के बीच लोगों में अभी भी जागरुकता का पूर्णत: अभाव है। बाजार में सौ में से महज आठ-दस लोग ही सही तरीके से मास्क लगाए मिलते हैं, जबकि कुछ मास्क गले में होते हैं तथा ज्यादातर तो बिना मास्क के होते हैं। प्रशासन की मास्क लगवाने की मुहिम भी तेजी से नहीं चलने के कारण लोग लापरवाह हो रहे हैं। लगातार मुहिम के बावजूद लोगों में समझदारी ही नहीं आ रही है कि वे पांच रुपए का मास्क खरीदकर लगा लें।
बाजार में दुकानदार भी ज्यादातर बिना मास्क के ही बैठे दिखाई देते हैं और उनके कर्मचारी भी। ग्राहकों में भी कोरोना का कोई डर नहीं है। जबकि यह दबंगता का नहीं समझदारी का विषय होना चाहिए ताकि स्वयं, अपने परिवार, मित्रों और अपने शहर को इस बीमारी की चपेट में दोबारा आने से बचाया जा सके। जब लोग समझदारी न दिखाएं, मनमानी करें तो फिर प्रशासन को चाहिए कि लोगों की जान बचाने के लिए ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाएं, जो लापरवाह हो रहे हैं।
प्रदेश के तीन महानगर भोपाल, इंदौर (Indore)और जबलपुर (Jabalpur) में तो रविवार संपूर्ण लॉकडाउन (Lockdown)की घोषणा हो गयी है, यदि यही हालात रहे तो इटारसी भी इसमें शामिल हो सकता है, क्योंकि रेल जंक्शन (Rail Junction)वाले इस शहर में ट्रेन से महाराष्ट्र सहित इन महानगरों से भी लोग बेरोकटोक आ रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर उनकी जांच की कोई सुविधा तक नहीं है। पिछले वर्ष रेलवे स्टेशन के फुट ओवरब्रिज (Foot Overbridge)पर जांच की सुविधा थी, जो अब हटा ली गयी है। ऐसे में शहर में कोरोना विस्फोट होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।