इटारसी। साल के पहले दिन गोलीबारी में घायल प्रथम डागर की पसलियों में फंसी गोली को आज नर्मदा अस्पताल भोपाल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने निकाला। गोली उस जगह फंसी थी जहां से जरा सी भी चूक मरीज को कोमा में या फिर लकवाग्रस्त कर सकती थी। ऐसे में काफी सावधानीपूर्वक गोली को निकाला गया है।
अस्पताल प्रबंधन से जुड़े मनोज सारन बताते हैं कि गोली निकालने का निर्णय कुछ दिन के लिए टाला गया था ताकि विशेषज्ञों की देखरेख में गोली निकाली जा सके। यह स्पाइनल के पास जाकर फंसी थी और जरा सी चूक मरीज को भारी पड़ सकती थी। आज भोपाल में स्पाइनल सर्जन डॉ. राजेश शर्मा और न्यूरोसर्जन डॉ.सौरभ श्रीवास्तव की टीम ने प्रथम डागर के शरीर से गोली निकाली। फिलहाल मरीज की स्थिति सामान्य है।