स्वच्छ सर्वेक्षण: ओडीएफ डबल प्लस और कचरा प्रबंधन पर जोर
जिलवानी में ट्रांसफार्म लगा, फटका, बेलिंग मशीन चालू होगी
– कोरोना के कारण हो सकती है सर्वेक्षण में देरी
– सिटीजन फीडबैक भी मार्च में होने की संभावना
इटारसी। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 (Clean Survey 2021) में स्वच्छता की परीक्षा के लिए नगर पालिका (Nagarpalika) ने दो महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर फोकस कर काम शुरु किया है। पिछले बार की रैंकिंग (Ranking) को देखें तो नगर पालिका को बहुत मेहनत करना होगा। यही कारण है कि पिछले कटु अनुभवों को नगर पालिका का स्वच्छता विभाग दोहराना नहीं चाहता है। पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के प्रभाव में बीता और सारा जोर संक्रमण की रोकथाम में लगा रहा। इस बार नगर पालिका खुले दिमाग और मन से काम कर रही है। नपा का जोर ओडीएफ डबल प्लस और कचरा प्रबंधन पर है।
पिछले वर्ष नगर को स्वच्छता सर्वेक्षण में ओडीएफ डबल प्लस (ODF Double Plus) में तो सफलता मिल गयी थी। लेकिन, उसकी अन्य तैयारियों में कमी के चलते एक लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों में पश्चिम जोन में 74 वी रैंक आयी थी। इसी तरह से प्रदेश में नगर को 17 वा स्थान मिला था। इस बार पिछले कमियों से सबक लेते हुए अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोडऩे का प्रयास हो रहा है। हालांकि माना जा रहा है कि कोरोना के कारण परीक्षा की तिथि बढ़ेगी। हालांकि फिलहाल अधिकारी कुछ स्पष्ट कहने की स्थिति में नहीं हैं। दरअसल, ऐसी खबर है कि स्वच्छ सर्वेक्षण के काम में देरी होगी। जो काम जनवरी 2021 में पूरा होना था, वह अब मार्च में पूरा होगा। फील्ड सर्वे के दौरान होने वाला सिटीजन फीडबैक भी मार्च में होने की संभावना है। सीएमओ का कहना है, अभी लिखित में कुछ नहीं आया है, हमारी तैयारी पूर्व की तरह ही चल रही है।
ओडीएफ डबल प्लस की तैयारी
इटारसी नगर पालिका इस समय जिलवानी में कचरा प्रबंधन और शहर में ओडीएफ डबल प्लस की तैयारी में जोर लगा रही है। सभी सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों को दुरुस्त करने पर जोर है। सफाई के साथ बेहतर फर्श, टाइल्स, दीवारों पर रंग-रोगन, दिव्यांगों के लिए उपयुक्त सुविधा जैसे रेम्प, रैलिंग, कमोड शीट, उठने-बैठने के लिए सपोर्ट जैसी सुविधाएं देने पर काम चल रहा है। चैंबर सुधार, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, गमलों में पौधे, बालमित्र शौचालय, महिला-पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्था, एक्जास्ट फेन, महिलाओं वाले भाग में सेनेटरी पेड वेंडिंग मशीन, सेनेटरी पेड इंसिनरेटर, हैंड ड्रायर आदि।
जिलवानी में लगा ट्रांसफार्मर
ग्राम जिलवानी के पास कचरा प्रबंधन के लिए जमीन मिली है। बिजली की कमी से जो काम पिछड़ रहे थे, उनमें तेजी आएगी। यहां पौधरोपण होगा, फैंसिंग करके ग्रीन मेट लगायी जा रही है, जिससे कचरा बाहर न जाए। ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन के लिए एफएसटीपी तैयार है। फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट में शौचालयों से निकलने वाले जल-मल को शोधित कर गाद से जैविक खाद बनेगा। कंस्ट्रक्शन एंड डिमॉलिश वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में बिल्डिंग और सड़कों के वेस्ट मटेरियल को गलाकर ईंट, इंटर लॉकिंग टॉइल्स व अन्य उत्पाद तैयार कर दोबारा उपयोग में लिया जाएगा। मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी का काम शुरु होगा।
इनका कहना है…
समय बढऩे जैसा अभी लिखित में कुछ नहीं आया है। हमारी तैयारी जारी हैं। अपने स्तर पर काम कर रहे हैं, जनता से जितना सहयोग की अपेक्षा है, उतना नहीं मिल रहा है। फिर भी हम आमजन को जागरुक करने हर रोज प्रयास कर रहे हैं। जनता को जागरुकता का परिचय देना होगा।
हेमेश्वरी पटले (Hameshwari Patale, CMO)