इटारसी। प्रमुख धार्मिक स्थल श्रीबूढ़ी माता शक्तिधाम मालवीयगंज (Shribudhi Mata Shaktidham Malaviyaganj)में निरंतर 46 वें वर्ष में आयोजित श्रीशतचंडी महायज्ञ (Srishatchandi Mahayagya)का आज माघ पूर्णिमा पर पूर्णाहुति, महाआरती एवं विशाल भंडारे के साथ समापन हो गया। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने मां का दर्शन लाभ लिया और यज्ञ मंडप की परिक्रमा की।
श्रीशतचंडी महायज्ञ के समापन की शुरूआत शनिवार सुबह नौ बजे से हुई। इस दौरान विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा (Dr. Sitasaran Sharma)ने बूढ़ी माता मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना कर मंदिर समिति के सदस्यों से समापन की तैयारियों की चर्चा की। अपराह्न चार बजे से श्रीशतचंडी महायज्ञ की पूर्णाहुति अपराह्न चार बजे से यज्ञशाला में प्रारंभ हुई। यज्ञाचार्य पं. रामगोपाल त्रिपाठी (Pt. Ramgopal Tripathi) के नेतृत्व में पं. प्रमोद भार्गव, महेश उपाध्याय, कुंजबिहारी भार्गव, रामकिशोर तिवारी आदि ने मंत्रोच्चारण के बीच मुख्य यजवान पं. विजयशंकर द्विवेदी (Vijayashankar Dwivedi)एवं समस्त यजवानों ने हवनकुंड में पूर्णाहुति प्रदान की। तत्पश्चात 21 किलो घी की अंतिम आहुति केले के पोंगल से हवनकुंड में प्रदान की गई। इसके पश्चात महाआरती हुई।
आरती के पश्चात महाप्रसादी का वितरण शुरू हुआ। इस दौरान महिला एवं पुरुषों के लिए अलग अलग काउंटर लगाए थे। समिति के सचिव जगदीश मालवीय (Jagdish Malviya) ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री शतचंडी महायज्ञ अपार सफलता के साथ हुआ। उन्होंने श्रद्धालुओं एवं आयोजन में सहयोग प्रदान करने वाले समस्त कार्यसेवकों का मंदिर समिति की ओर से आभार व्यक्त किया है। समिति सदस्य जसबीर सिंघ छाबड़ा ( Jasbir Singh Chhabra) ने बताया कि करीब पांच हजार श्रद्धालुओं के लिए भोजन रूपी महाप्रसाद तैयार किया गया था।