सत्य कर्म से निर्धन भी जीवन को धन्य बना सकता

Post by: Rohit Nage

इटारसी। सभी जन को ईश्वरीय भक्ति के साथ ही सत्कर्म भी करना चाहिए क्योंकि सत्कर्म से धनवान ही नहीं निर्धन भी अपने जीवन को धन्य बना सकता है। उक्त उद्गार पंडित भगवती प्रसाद तिवारी (Pandit Bhagwati Prasad Tiwari) ने ग्राम सोनतलाई (Village Sontalai) में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में व्यक्त किए।जनकल्याण एवं लोक शांति के लिए ग्राम सोनतलाई में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन हो रहा है। श्रोताओं के समक्ष ऋषि कपिल अवतार एवं सती प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि मनुष्य चाहे कितना भी धन, संपत्ति, पद, परिवार और प्रतिष्ठा प्राप्त कर ले, उसे आत्म सुख नहीं मिल सकता। इसके लिए उसे भगवान की निस्वार्थ भक्ति और सत्कर्म करना ही होगा।
कथा के प्रारंभ में मुख्य यजवान अशोक कुमार यादव (Ashok Kumar Yadav) ने समस्त श्रोताओं और समस्त ग्राम वासियों की ओर से पुराण पूजन कर श्री तिवारी का स्वागत किया। समिति के दिलीप यादव (Dilip Yadav) ने बताया की कथा स्थल पर प्रात: 6 से 7 तक प्रवचन कर्ता श्री तिवारी ग्राम वासियों को योग प्राणायाम भी करा रहे हैं।

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