बोन मेरो ट्रांसप्लांट की दिशा में रेडक्रास की पहल पर हो रहे हैं सार्थक प्रयास
नर्मदापुरम। रेडक्रास सेवा समिति नर्मदापुरम के द्वारा जनहित में लगातार उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं। इसी श्रृंखला में नवीन शव वाहन की सुविधा भी शुरू की जा रही है। यह वाहन दुख की घड़ी में काम आ सकेगा। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देशन में रेडक्रॉस के माध्यम से लोगों को सुविधाएं प्रदान की जा रही है।
यह बात विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में रेडक्रास द्वारा आयोजित नवीन शव वाहन की शुरुआत किए जाने के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कही। उन्होंने रेडक्रास समिति के सभी सदस्यों के द्वारा इस प्रकार के जनहित से जुड़े कार्यों में आगे बढ़कर कार्य करने पर साधुवाद व शुभकामनाएं दी। उन्होंने टीबी के विषय में भी चिंता व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओं से कहा कि इसके लिए आवश्यकता होने पर रोगी कल्याण समिति के माध्यम से भी दवाईयां शीघ्र बुलाई जाएं।
इस अवसर पर कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि रेडक्रास समिति के द्वारा जनहित के कार्य प्राथमिकता से किए जा रहे हैं। सभी के समन्वित प्रयास से यह संभव हो पा रहा है। चाहे रक्तदान शिविर हो या नवीन शव वाहन की उपलब्धता इससे जरूरतमंद लोगों को लाभ मिल सकेगा। समिति द्वारा इस तरह के कार्य किए जा रहे हैं सभी सदस्यों को शुभकामनाएं।
रेडक्रास व सामाजिक संगठनों के समाजसेवी लोगों के सहयोग से 2021-22 में 54 रक्तदान शिविरों का आयोजन कर 1034 यूनिट रक्त संग्रह किया गया। वहीं 2022-23 में 47 रक्तदान शिविर के जरिए 1067 यूनिट रक्तदान एकत्रित हो सका है। इसे इस वर्ष 20 प्रतिशत बढ़ाया है और बढ़ाने की आवश्यकता है जिससे रक्त की कमी से किसी की जान न जा सके।
500 रुपये में उपलब्ध हो सकेगा शव वाहन
डॉ आरके माहेश्वरी ने बताया कि किसी की मौत हो जाने पर लोगों को शव को अपने घर ले जाने में परेशानी होती है। रेडक्रास के द्वारा नवीन शव वाहन तैयार किया है। यह वाहन शव को अपने घर ले जाने के लिए उपलब्ध रहेगा। वाहन के मेंटेंनेस के लिए न्यूनतम दर पर वाहन उपलब्ध कराया जाएगा। नर्मदापुरम नगरपालिका सीमा में सिर्फ 500 रुपये ही लिए जाएंगे। वहीं शहरी क्षेत्र से बाहर ले जाने पर 15 रुपये प्रति किलोमीटर आने जाने के हिसाब से वाहन उपलब्ध हो सकेंगा। शव वाहन के लिए मोबाइल नंबर 9827330550, 9827540239 पर संपर्क कर सकते हैं।
बोन मेरो ट्रांसप्लांट की दिशा में प्रयास
जिले में सिकल सेल एनीमिया के क्षेत्र में सार्थक पहल की जा रही है। जिले के 167 लोगों की जांच जर्मनी के विशेषज्ञों द्वारा की गई थी। एक बालक विवेक के बोन मैरो प्लांट के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उसका उपचार इंदौर में किया जा रहा है। इतना ही नहीं रेडक्रॉस द्वारा एक हेल्पडेस्क सेवा भी दी जा रही है। करीब 100 से 150 लोगों को प्रतिदिन मदद मिलती है। यहां की पहल को ध्यान में रखते हुए राज्य स्तर पर भी यह पहल हो रही है। यहां पर शासन के द्वारा दो लोगों की नियुक्ति भी की गई है। डॉ. माहेश्वरी ने बताया कि टीबी मुक्त के लिए जिले में तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। अभियान चलाया जा रहा है। रेडक्रॉस द्वारा जिला अस्पताल में 50 रुपए प्रति दिन के शुल्क पर रैन बसेरे में मरीजों के रिश्तेदारों के सोने की व्यवस्था का संचालन भी किया जा रहा है।
इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ एसएस रावत, सीएमएचओ डॉ दिनेश देहलवार, डॉ. सुनील जैन, वरिष्ठ समाजसेवी चंद्र गोपाल मलैया, नीरजा फौजदार, उदित द्विवेदी, हेमंत चौधरी, मुकेश श्रीवास्तव, अनिल अग्रवाल, प्रदीप मिश्रा, शेर सिंह बड़कुर, सहित अन्य अलेक लोग मौजूद थे। संचालन डॉ. माहेश्वरी ने किया।