इटारसी। किसानों को खरीफ फसल के लिए डीएपी वितरण के लिए प्रक्रिया प्रारंभ हो गयी है। इटारसी के खेड़ा स्थित केन्द्र से डीएपी लेने के लिए किसानों को आज टोकन प्रदान किये हैं, जिनको डीएपी लेने के लिए कल 19 जून को बुलाया गया है। आज सुबह से ही कृषि उपज मंडी के सामने स्थित गोदाम से डीएपी के लिए किसानों को टोकन वितरण किया। इस दौरान बड़ी संख्या में किसान पहुंचे।
घंटों लाइन में लगने के बाद किसानों को टोकन मिले। कुछ किसानों ने जगह की कमी महसूस की और मंडी परिसर से टोकन वितरण करने का सुझाव प्रशासन को दिया है। गोदाम प्रभारी संतोष जोहर के अनुसार आज 345 किसानों को टोकन दिये गये हैं, जिनको कल यानी गुरुवार 19 जून को 1 से 100 नंबर के टोकन तक के किसानों को डीएपी लेने के लिए बुलाया गया है। फिलहाल 132 मेट्रिक टन डीएपी स्टाक में उपलब्ध है।
मंडी परिसर से वितरण की मांग
किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विजय बाबू चौधरी ने प्रशासन से निवेदन किया है इटारसी मंडी के सामने डीएमओ से डीएपी खाद का वितरण किया जा रहा है, किसानों की संख्या अधिक है और वहां स्थान कम है। उनकी मांग है कि इटारसी मंडी में जगह अधिक है, मंडी प्रांगण के अंदर से टोकन काटने का काम किया जाए, जिससे किसी प्रकार की असुविधा न हो और अच्छा होगा सहकारी समितियों के माध्यम से खाद का वितरण हो।
सहकारी समितियों से वितरण की मांग
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और ग्राम केसलाखुर्द के किसान राजेन्द्र सिंह तोमर ने भी सोशल मीडिया पर इस बात का समर्थन किया है कि किसानों को गांवों से इटारसी आकर टोकन लेने और फिर बाद में डीएपी लेने आने में न सिर्फ समय खर्च हो रहा है बल्कि आर्थिक भार भी पड़ रहा है, अत: सहकारी समितियों के माध्यम से खाद का वितरण किया जाना चाहिए।
वितरण व्यवस्था में सुधार हो
ग्राम पथरोटा के किसान अमित रावत ने कहा कि डीएमओ के कर्मचारी देरी करते हैं। जब तक काफी भीड़ इक_ी न हो जाए, काम शुरु नहीं करते, किसान धूप में परेशान होता है। हमें मक्का, धान, सोयाबीन की बोवनी करनी है, यहां समय ज्यादा खराब हो रहा है। समय से काम प्रारंभ होना चाहिए, भीड़ होने और हल्ला होने पर ही प्रशासन जागता है, शुरु से ही व्यवस्था बेहतर बने, ऐसे प्रयास नहीं करते बल्कि व्यवस्था बिगडऩे का इंतजार करते हैं।