- सड़क पर बैठकर रोका हाईवे, बिजली अधिकारियों को चूडिय़ां भेंट करने लायी महिलाएं
- कांग्रेसियों ने नारेबाजी करते हुए बिजली विभाग के कार्यालय के गेट पर जड़ा ताला
इटारसी। स्मार्ट मीटर के विरोध में आज कांग्रेस भी उतर आयी। अब तक उपभोक्ता इसके विरोध में थे, आज जनता को कांग्रेस का भी साथ मिल गया है। आज नगर कांग्रेस कमेटी के बैनर तले कांग्रेस के साथ आमजन भी बिजली दफ्तर पहुंचे और जोरदार नारेबाजी करते हुए स्मार्ट मीटर के निर्णय को वापस लेने की मांग करते रहे। सैंकड़ों जो बिजली दफ्तर के सामने पहुंचे और हाईवे पर बैठकर प्रदर्शन किया।
इस दौरान ओवर ब्रिज और नर्मदापुरम रोड पर कुछ देर जाम लग गया। कुछ महिलाएं विरोध में बिजली अधिकारियों को भेंट करने चूडिय़ां लायी थीं, हालांकि पुलिस के कारण उनकी मंशा पूरी न हो सकी। पूर्व नियोजित योजना और घोषणा अनुसार आज दोपहर कांग्रेस पीपल मोहल्ला स्थित बिजली दफ्तर के सामने पहुंचे और सड़क पर बैठकर स्मार्ट मीटर के विरोध में जोरदार नारेबाजी की। उन्होंने यहां चक्काजाम कर दिया। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ कांग्रेसियों ने जमकर नारेबाजी की।

बिजली ऑफिस के सामने पहुंचे बड़ी संख्या में कांग्रेसी और आम लोग स्मार्ट मीटर और बढ़े हुए बिजली बिलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। उनका कहना था कि बिजली अधिकारी जबरन स्मार्ट मीटर लगा रहे हैं। वे स्मार्ट मीटर हटाने की मांग कर रहे हैं। स्मार्ट मीटर के विरोध में कांग्रेस के चक्का जाम में कुछ महिलाओं ने बिजली विभाग के अधिकारियों को चूड़ी देने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने रोक लिया। कांग्रेस ने बिजली कार्यालय के गेट पर ताला दिया। जिसे बाद में खुलवाया गया। बिजली विभाग के शहरी प्रबंधक अखिलेश कनोजे प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और कांग्रेसियों से चर्चा की।

इटारसी में कांग्रेस के स्मार्ट मीटर विरोध प्रदर्शन में दोपहर 1 से 2:30 बजे तक विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीण महिलाओं ने एमपीईबी प्रबंधक को चूड़ी देने की कोशिश की, जिससे अफसर घबरा गए और उप महाप्रबंधक पुलिस गाड़ी में बैठकर निकल गये। थाना प्रभारी गौरव सिंह बुंदेला और पुलिस बल ने भीड़ को नियंत्रित किया। पुलिस सुरक्षा में डीई संदीप पांडे को पुलिस की गाड़ी से बाहर निकाला। पुलिस थाना प्रभारी गौरव बुंदेला और कांग्रेसियों के बीच काफी देर चर्चा चली।

इस मौके पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष शिवाकांत पांडेय, किसान नेता विजय बाबू चौधरी, कांग्रेस नेता संजय गोठी, नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मयूर जायसवाल, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष रवि किशोर जायसवाल, नीलम गांधी, गजानंद तिवारी सहित अन्य कांग्रेस नेता आंदोलन में शामिल हुए। आंदोलन को देखते हुये भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।

ये हैं विरोध के कुछ बिन्दु
- लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद उनके बिजली बिल पहले से अधिक आ रहे हैं।
- यह भी आरोप है कि स्मार्ट मीटर में घपला हो रहा है, जिससे उनके बिल बढ़ रहे हैं।
- कांग्रेस पार्टी का कहना है कि कई घरों में बिना सहमति के स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, जो उपभोक्ताओं के अधिकारों का उल्लंघन है।
- कांग्रेस की मांग है कि स्मार्ट मीटर योजना को बंद किया जाए। पारंपरिक मीटरों को विकल्प के रूप में चालू रखा जाए और स्मार्ट मीटरों की निष्पक्ष जांच की जाए

इनका कहना है…
आज कांग्रेस के लोग आये थे, उनकी मांग थी कि स्मार्ट मीटन न लगाये जाएं, स्मार्ट मीटर को लेकर कुछ भ्रांतियां हैं, हम बात करने भी गये थे, लेकिन वे प्री प्लानिंग से आए थे, चूडिय़ां लेकर महिलाओं को आगे कर दिया, अभद्रता की कोशिश की गई, इसलिए हमेें पुलिस की मदद लेकर वहां से आना पड़ा।
संदीप पांडेय, डीजीएम
स्मार्ट मीटर से बिल दोगुने आ रहे हैं, आज हमें 1 बजे के बाद बुलाया, हम आये तो उन्होंने बात करना भी उचित नहीं समझा और यहां से चले गये, ठीक से बात नहीं सुनी। बिजली के बिल बढ़े आ रहे, पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही, जिला मुख्यालय पर जिला चिकित्सालय को बिजली नहीं मिली, बच्चे, मरीज परेशान हो गये। व्यवस्था नहीं सुधरी तो रक्षाबंध के बाद हम जिला और नगरबंद आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
शिवाकांत गुड्डन पांडेय, जिलाध्यक्ष कांग्रेस
हमने दो दिन पूर्व डीई को बता दिया था कि 1 बजे ज्ञापन देंगे। हम यहां आए, उनको कॉल किया, लेकिन उनका रवैया अडिय़ल रहा। दो घंटे तक नहीं आए, इसलिए हमें यह प्रदर्शन करना पड़ा, अन्यथा हम ज्ञापन देकर चले जाते। हम जनता के साथ हैं, हम स्मार्ट मीटर को जबरदस्ती लगाने का विरोध कर रहे हैं और करते रहेंगे।
मयूर जैसवाल, नगर अध्यक्ष कांग्रेस






